भीलवाड़ा, 14 नवंबर- बापू नगर स्थित श्री पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में श्री उत्तमश्री माताजी का संलेखना पूर्वक समाधिस्थ मरण पर विन्याजंली सभा आयोजित हुई।
ट्रस्ट अध्यक्ष लक्ष्मीकांत जैन ने बताया कि उत्तम श्री माताजी का ग्रहस्त नाम इंदिरा जैन पत्नी गोपालचंद अग्रवाल लंबे समय से बापू नगर में निवास कर रहे थे। काफी समय से उनका स्वास्थ्य बिगड़ा हुआ होने से डिग्गी में विराजमान आचार्य इंद्रनंदी महाराज ससंघ के साथ रहकर 10 प्रतिमाधारी के नियम लिए। 10 नवंबर को ब्रह्मचारी इंदिरा दीदी जैन अंसारी फागी वाले को दीक्षा प्रदान कर उत्तमश्री माताजी का नामकरण किया। गया। आचार्य श्री ने उन्हें चारों प्रकार के आहार त्याग करते यमसंलेखना दीक्षा प्रदान करी। 11 नवंबर को प्रातः 9:35 बजे अग्रवाल सेवा सदन डिग्गी में समाधिस्थ हो गए।
इस संदर्भ में पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर बापू नगर में एक विन्याजंलि सभा रखी गई। प्रारंभ में दीप प्रज्वलन कर णमोकार वह भक्तामर पाठ किया। इस अवसर पर पदमप्रभु महिला मंडल की अध्यक्षा सरिता पाटोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तम श्री माताजी का ग्रहस्त जीवन बापू नगर में बीता था। बहुत धार्मिक, मुनि भक्त, धर्मपरायण,सरलस्वभावी, विदुषी महिला थी। वह हमेशा स्वाध्याय करने में विशेष रुचि रहती थी। शास्त्रों का बहुत ज्ञान उनमें समाहित था। उनके निधन से समाज में खालीपन हो गया। ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवगंत माताजी को ईश्वर के चरणों में मोक्ष प्राप्ति हो। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित था। सभीजनों ने गहरी संवेदना प्रकट की।
प्रकाश पाटनी
प्रचार एवं संगठन मंत्री
भीलवाड़ा














