बाल, युवा, वृद्ध सभी हुए शामिल
मुरैना (मनोज जैन नायक) प्राणी मात्र के हृदय में धर्म के प्रति रुचि जागृत कराने एवं अपने आराध्य के व्यक्तित्व से रूबरू कराने के उद्देश्य से तीर्थंकर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन 03 अगस्त को किया गया ।
तीर्थंकर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के मुख्य संयोजक डॉ. मनोज जैन एवं संयोजक विमल जैन बबलू द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार पूज्य आचार्यश्री आर्जवसागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री विलोकसागर जी महाराज एवं मुनिश्री विबोधसागर जी महाराज की पावन प्रेरणा एवं आशीर्वाद से उन्हीं के सान्निध्य में 03 अगस्त को शाम 06 बजे से 07 बजे तक बड़े जैन मंदिर में तीर्थंकर आदिनाथ एवं तीर्थंकर पार्श्वनाथ प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें 08 वर्ष से लेकर 90 वर्ष तक के लगभग 250 साधर्मी बंधुओं, माताओं, बहिनों, युवा साथियों एवं बच्चों ने अति उत्साह के साथ भाग लिया । इस प्रतियोगिता को उम्र के हिसाब से तीन चरणों में विभाजित किया गया था । सभी तीनों श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार अलग अलग प्रदान किए जायेगें । मंदिर कमेटी एवं आध्यात्मिक वर्षायोग समिति के तत्वावधान में आयोजित प्रतियोगिता में 100 प्रश्न रखे गए थे । भगवान आदिनाथ एवं भगवान पारसनाथ के जीवन चरित्र पर आधारित है इस प्रतियोगिता में 150 प्रश्नों की एक प्रश्नोत्तरी तैयार की गई है, जिसमें से प्रश्नोत्तरी में 100 प्रश्न पूछे जाएंगे । प्रतियोगिता में 100 में से 100 अंक लाने वाले प्रतियोगियों को चांदी की माला से सम्मानित किया जाएगा एवं 90 अंक अथवा उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले सभी प्रतियोगियों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा । प्रश्नोत्तरी पुण्यार्जक चेतनमाला, सुप्रिया, देवदत्त जैन मुरैना होगें और रेखा संजय जैन मुरैना एवं लालजीराम लखमीचंद जैन बानमौर की ओर से पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।
इस प्रतियोगिता के आयोजन के समय स्वयं परम पूज्य मुनिश्री विलोकसागरजी, मुनिश्री विबोधसागरजी महाराज एवं ब्रह्मचारी राहुल जैन गंज बासौदा स्वयं उपस्थित होकर प्रतियोगियों को निर्देशन दे रहे थे ।
प्रतियोगिता के संयोजक डॉक्टर मनोज जैन ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल एवं सुचारू रूप से संचालन में प्रेमचंद जैन वंदना साड़ी, प्राचार्य अनिल जैन, विनोद जैन, प्राचार्य वीरेंद्र जैन बाबा, विमल जैन बबलू, दिनेश जैन एडवोकेट, अजय जैन गोसपुर, सुभाषचंद जैन सेथरी, राकेश जैन शास्त्री, अनिल जैन गढ़ी, मनीष जैन, अनूप भंडारी, मनीष जैन का विशेष सहयोग रहा ।