फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज तथा दिगंबर जैन सोशियल एंड कल्चरल ग्रुप जिला बांसवाड़ा के संयुक्त तत्वावधान में जैन धर्म के 18 वे तीर्थंकर भगवान अरहनाथ का जन्म कल्याणक पारंपरिक श्रद्धा एवं भक्ति भाव से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज के संस्थापक एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत कोठिया ने की। प्रातः श्री जी के जलाभिषेक के बाद अरहनाथ जिन पूजा पढ़ी गई और विश्व शांति की कामना के साथ शांति शांति पाठ किया गया। कोठिया ने बताया कि भगवान अरहनाथ का जन्म हस्तिनापुर नगरी में इक्ष्वाकु वंश में राजा सुदर्शन व महारानी मित्रसेना के परिवार में हुआ था। भगवान का रंग सुनहरा था तथा ऊंचाई 30धनुष थी। वे 8 वे चक्रवर्ती तथा 13वे कामदेव थे। उनका 84000 वर्ष की आयु के बाद शाश्वत तीर्थ सिद्ध क्षेत्र सम्मेद शिखरजी से निर्वाण हुआ था। तीर्थंकरों के पंच कल्याणक मना कर हमें अपने अंतर्मन में झांकने का तथा आत्म कल्याण का पथ प्रशस्त करने का मौका मिलता है। कोठिया ने इस अवसर पर सभी साधर्मी भाई बहनों और अहिंसा प्रेमियों को भगवान अरहनाथ स्वामी के जन्म कल्याणक पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं दी।
Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha