स्वार्थ से ऊपर उठकर सोचना जीवन में ऊंचाइयां प्राप्त होती है

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गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी
7 फरवरी शुक्रवार 2024
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
श्री दिगंबर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी जिला – टोंक (राज.) में विराजमान प. पू. भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका गुरु मां विज्ञाश्री माताजी ससंघ की निर्विघ्न आहारचर्या करवाने का सौभाग्य चोमूंबाग जैन समाज जयपुर व *निवाई महिला मंडल ने प्राप्त किया।
पूज्य माताजी ने सभी को मंगल आशीर्वाद देते हुए कहा कि – जब तक हमारे मन में बुराइयां हैं, जब तक हम खुद के बारे में सोचते रहेंगे, तब तक मन शांत नहीं हो सकता है। मानसिक तनाव दूर करने के लिए इन बुराइयों से बचना होगा। तभी हम ध्यान कर सकते हैं। आज के मानव की स्वार्थ की दृष्टि बन गई हैं । वह सदैव स्वयं के बारे में ही सोचता रहता है जिसके कारण आज हम ऊंचाईयों को नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। अतः मेरा सभी जैन समाज से ही नहीं अपितु संसार के प्रत्येक प्राणियों से यही कहना है जीवन में अपने स्वार्थ को छोड़कर सोच को ऊपर उठाओगे तो निश्चित रुप से कही न कही से आपका कार्य स्वयमेव ही सिद्ध हो जायेगा।
माता ने यह भी बताया कि स्वार्थ ही संसार में सबसे बड़ी बाधा है इस बात से आज का मनुष्य परेशान हो रहा है अपना स्वार्थ छोड़ने पर ही जीवन में कल्याण होगा
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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