20 अप्रैल को भव्य प्रवेश की तैयारी
सनावद/ चर्या शिरोमणि, अध्यात्म योगी, धरती के देवता, शताब्दी देशानाकार आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ससंघ का सिद्ध क्षेत्र सिद्ध वरकूट में मंगल आगमन 20 अप्रैल को प्रातः काल में होगा ।
क्षेत्र कमेटी के प्रचार संयोजक राजेंद्र जैन महावीर ,सुनील गदिया ने बताया कि आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज का सिद्ध क्षेत्र में तीसरी बार आगमन हो रहा है । आचार्य संघ विगत 2014 व2017 में सिद्धवरकूट आ चुका है ,उस दौरान मूलनायक श्री संभवनाथ मंदिर की वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव पूज्य श्री के सानिध्य में संपन्न हुई थी। 20 से 22 अप्रैल तक होगा लघु पंचकल्याणक
क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष अमित कासलीवाल इंदौर ने बताया कि आचार्य श्री के सानिध्य में लघु पंचकल्याणक प्रतिष्ठा पंडित शरद बनारसी छिंदवाड़ा के प्रतिष्ठाचर्यित्व में संपन्न होगी। 20 अप्रैल को मंगल प्रवेश हेतु भव्य तैयारियां जारी है। वर्किंग ट्रस्टी बाबूलाल जैन, महामंत्री विजय काला, ट्रस्टी आशीष चौधरी ने बताया कि झंडारोहण चित्रांश रिया जैन गुरुग्राम द्वारा किया जाएगा। भगवान के माता-पिता बनने का सौभाग्य पंडित रमेश ममता जैन भिंड को मिला है । सौधर्म इंद्र प्रवीण निशा जैन, माहेंद्र इंद्र विजय संगीता कटारिया इंदौर ,कुबेर इंद्र मयूर प्रिंसी जैन ,राजा श्रेयांश अनिल पूनम सेठी दिल्ली को बनाया गया है ।
तीस हजार वर्ष प्राचीन तीर्थ है सिद्धवरकूट
क्षेत्र कमेटी के प्रचार संयोजक व क्षेत्र की इतिहास पुस्तक सुहावना सिद्धवरकूट के लेखक राजेंद्र जैन महावीर सनावद ने बताया कि वयोवृद्ध विद्वान और इतिहासकार डॉक्टर सूरजमल बोबरा इंदौर ने ऐतिहासिक साक्ष्य प्रमाणों के आधार पर कहा है कि क्षेत्र से मोक्ष पधारे दो चक्री दस काम कुमार सहित साढ़े तीन करोड़ मुनियों में मघवा चक्रवर्ती भी सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट से निर्माण को प्राप्त हुए हैं, उन्होंने सिद्धवरकूट रेवा तट से ही तपस्या की थी उनके नाम से ही यह क्षेत्र अभी भी मांधाता के नाम से जाना जाता है। प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव की अति प्राचीन अतिश्यकारी प्रतिमा , मूलनायक संभवनाथ भगवान की प्रतिमा तीर्थ पर विराजित है ।उल्लेखनीय है कि रेवा नर्मदा तट स्थित इस तीर्थ पर जैन जगत के संतों का विशेष आशीर्वाद रहा है आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज का चातुर्मास, आचार्य विद्यासागर जी महाराज का तीन बार लंबा प्रवास व आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के गुरु गणाचार्य आचार्य विराग सागर जी महाराज आगमन सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट में पूर्व में हो चुका है ।
क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, बाबूलाल जैन, विजय काला ,नंदलाल टोंगिया, महेंद्र सराफ, कैलाश मोटाघर ,आशीष चौधरी, ललित बड़जात्या ,योगेंद्र सेठी ,सुभाष सामरिया, मुकेश पेप्सी, कैलाश जैन, संतोष जैन ,हेमेंद्र जैन हेमू, अमरीश चौधरी आदि ने समाज जनों से पुण्य लाभ लेने की अपील की है।
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