कटनी। सकल जैन समाज कोतमा द्वारा आयोजित द्विदिवसीय युवक युवती परिचय सम्मेलन, चेतना सम्मान, श्री अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन गोलापूर्व महासभा का राष्ट्रीय अधिवेशन के अवसर पर समाज विकास में किए गए विशिष्ट अवदान एवं अद्वितीय सेवा के लिए कटनी निवासी पूर्व वरिष्ठ प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक सिंघई सुभाष चंद्र जैन को राष्ट्रीय अधिवेशन में महासभा द्वारा समाज गौरव सम्मान अलंकरण से अलंकृत कर सम्मानित किया गया है।
इस मांगलिक अवसर पर अत्यंत भव्य समारोह में आपको तिलक, पगड़ी, श्रीफल, माला शॉल तथा गौरव पत्र “समाज गौरव सम्मान” अलंकरण से अलंकृत किया गया। गौरव सम्मान पत्र का वाचन करते हुए राष्ट्रीय कवि
अजय अहिंसा द्वारा आपको समाज के दैदीप्यमान आलोक पुंज निरूपित किया गया।
सम्मानकर्ताओ में राष्ट्रीय निदेशक एवं कोतमा के अध्यक्ष ऋषभ चंदेरिया, निर्देशक एवं कार्यक्रम अध्यक्ष सुभाष चौधरी, राष्ट्रीय महामंत्री चक्रेश शास्त्री,देवेंद्र लुहारी, महेंद्र कुमार, विनोद कुमार, सुरेश जैन मारोरा, डॉ शचीन्द्र मोदी, प्रेमचंद,जिनेश बहरोल, महेंद्र बहरोल,वीरेंद्र कुमार, राहुल ‘संगम’ एवं पुष्पेंद्र जैन आदि प्रमुख थे।
सुभाष सिंघई ने इस अवसर पर महासभा पदाधिकारी एवं कोतमा जैन समाज के प्रति साधुवाद ज्ञापित करते हुए इस सम्मान का श्रेय अपने अग्रज वरिष्ठ निदेशक एवं मध्य प्रदेश शासन के सेवानिवृत सचिव प्रो. डॉ भागचंद भागेंदु दमोह एवं स्व. राजकुमार जैन कटनी को दिया जिनके मार्गदर्शन एवं पितृतुल्य आशीर्वाद व प्रेरणा के कारण वे प्रबंधकीय पद पर रहते हुए सेवा का कार्य कर सके।
ज्ञातव्य है कि सुभाष सिंघई बौद्धिक आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विकास हेतु तत्पर रहे हैं। लगभग 15 नगरों में विभिन्न संस्थाओं से जुड़कर चिकित्सा शिविर, नेत्र शिविर, रक्तदान शिविर गरीब छात्रों हेतु आर्थिक सहायता साधु संतों के आहार विहार में सहयोग के साथ बली प्रथा के उन्मूलन एवं शाकाहार के प्रचार प्रसार में आपने बहुमूल्य योगदान दिया है। आप अच्छे लेखक, वक्ता,मंच संचालक, सरल सहज सहृदयी व्यक्तित्व हैँ। इसीलिए सभी जगह आपको नगर वासियों का प्यार एवं सम्मान मिला है।
अखिल भारतीय शास्त्री परिषद के उपाध्यक्ष पं. विनोद रजवांस, श्रमण संस्कृती संस्थान के अध्यक्ष भरत विरागी ग्वालियर, वरिष्ठ समाज सेवी सुभाष जैन प्रिंस मुंगेली (छ. ग.), विदुषी लेखिका श्रीमती डॉ रंजना संदीप पटोरीया सहित अनेक शुभचिंतकों एवं मित्रों ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
श्रीमान संपादक जी,