अजमेर 01 फरवरी, 2024 श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर समिति, सोनीनगर अजमेर के नवनिर्मित प्रथम तल पर जिनालय का भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव में आज पंचकल्याणक पांडाल में सप्तम पटृाधीष आचार्य श्री विवेकसागरजी महाराज ने आज ज्ञान कल्याणक के अवसर पर विषाल धर्म सभा को संबोधित करते हुये कहा कि मनुष्य भव का धारण करके मुझे यह सौभाग्य कब प्राप्त होगा जब दिगम्बर मुद्रा को धारण कर सकूं कब प्राणी पात्र में आहार करू उत्तम भावना होगी तो उत्तम फल की प्राप्ति होगी निम्न भावना होगी तो निम्न फल मिलेगा । हमें उत्तम कार्य करना चाहिये एक बार सतपात्र को आहार देंगें तभी जिस धातु से निर्माण हुआ है उस धातु का पुण्य है जिसको जिनबिम्ब बनाने में लगी पाषाण में जिनबिम्ब मौजूद है इसके निमित्त से ही जिनके भाव हुए किसी एक के भाव से नहीं सभी ने दीक्षा देखी ।
आगे उन्होेनं बताया कि तिर्यच गति के प्राणी को पार्ष्वनाथ ने णमोकार मंत्र सुनाया नमोकार मंत्र के प्रभाव से नाग नागिन देव बने उपकारी का उपकार कभी नहीं भूलना चाहिये जब कमठ ने पार्ष्वनाथ के उपर उपसर्ग हुआ तो देव बनकर उपर्सग दूर किया । तथा उन्होने बताया कि साधु का पाद प्रक्षानप के लिये घर घर ले जाते है इसमें कोई पुण्य नहीं है पुण्य तो तब प्राप्त होगा जब साधु को नवधा भक्ति पूर्वक अपने घर आहार चर्या कराने पर पुण्य मिलेगा ।
प्रचार प्रसार मंत्री संजय कुमार जैन व प्रवक्ता कमल गंगवाल ने बताया कि आज प्रातः सोनीनगर मन्दिरजी में व पंचकल्याणक पांडाल में जिनेन्द्र भगवान के अभिषेक सभी पात्रों द्वारा किये गये तथा वृहषान्तिधारा करने का सौभाग्य प्रकाष जैन जोधपुर वाले परिवार द्वारा की गयी तथा नित्य नियम पूजन, याज्ञमंडल पूजन, आदिनाथ भगवान की पूजा, तप कल्याणक पूजन, ज्ञान कल्याणक पूजा, जाप्यानुष्ठान, हवन आदि तत्पष्चात आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन, चित्र दीप प्रज्ज्वलन, शास्त्रभेंट करने का सौभाग्य कैलाषचंद सेठी लस्सी वाले परिवार द्वारा किया गया तथा उनकी समिति की ओर से साफा पहनाकर अभिनंदन किया गया । तत्पष्चात महिला मंडल द्वारा सुन्दर मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया ।
भगवान पार्ष्वनाथ का आहार हुआ
अध्यक्ष डॉ. राजकुमार गोधा ने बताया कि आज सुबह आचार्यश्री के प्रवचन के भगवान पार्ष्वनाथ का आहार आचार्यश्री विवेकसागरजी द्वारा आहार जुलूस के रूप् में पांडाल से निकला जो आहारदातार महेन्द महेष दिनेष मित्तल परिवार के निवास पर सम्पन्न हुआ जिसे सभी त्यागी व्रती व रात्रि भोजन त्याग करने वालो ने भगवान श्री को आहार दिया ।
समोवषरण की रचना
जैन व गंगवाल ने बताया कि आज दोपहर में प्रतिष्ठाचार्य पं. कुमुदचंद सोनी, पं. लादूलाल जैन, पं. विषाल जैन ,षुभम जैन, विजय जैन तथा आचार्य विवेक सागरजी महाराज द्वारा भगवान को सूर्य मंत्र विधि विधान पूर्वक दिया गया तथा उसके पष्चात समावषरण मंडल का उद्घाटन भामाषाह अषोक पाटनी आर के ग्रुंप चेयरमेन द्वारा किया गया तथा उनका समिति की ओर से भावभीना अभिनंदन किया गया ।
भगवान को समोवषरण में विराजमान किया गया व आरती करने का सौभाग्य अजित कुमार दीपक कुमार जैन को प्राप्त हुआ ।
मुख्य संयोजक मनोज अजमेरा ने बताया कि आज रात्रि में 6.30 बजे महावीर मयूर सुनील जैन, तथा आषा गदिया परिवार द्वारा उनके निवास से गजरथ पर सवार होकर पंचकल्याणक पांडाल पहुंची जहां पर भगवान श्री की भव्य महाआरती सम्पन्न हुई । इस अवसर पर राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी जी पधारे तथा उन्होंने श्रीजी के समक्ष महाआरती की उसके बाद समिति की ओर से उनका भावभीना साफा कंठा, तथा प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया ।तत्पष्चात पंचषील महिला मंडल द्वारा सुन्दर नाटय कमठ का उपसर्ग का प्रस्तुतीकरण किया गया । तथा दोसी हाउस में पंचकल्याणक भोजन व्यवस्था में विद्यासागर तपोवन महिला मंडल तथा जैन सखी ग्रुप इकाई द्वारा सुन्दर भोजन व्यवस्था संभाली गई ।
मोक्ष कल्याणक पर्व तथा विषाल रथयात्रा निकाली जायेगी ।
प्रचार प्रसार मंत्री संजय कुमार जैन ने जानकारी दी कि 2 फरवरी को सुबह 6.45 बजे नित्य नियम पूजन, अभिषेक, महाषान्तिधारा, आचार्यश्री के मंगल प्रवचन होगा 10 बजे भगवान का मोक्ष कल्याणक होगा विष्वषान्ति महायज्ञ एंव सुबह 10 बजे विषाल रथयात्रा होगी जिसमें सोनीजी की नसियां के सभी रथ यानि पूरा लवाजमा होगा बैण्ड बाजे, घोडे तथा रथ में श्रीजी विराजमान होंगें, आचार्य विवेकसागरजी महाराज ससंघ जुलूस के साथ पांडाल सोनीनगर से प्रारंभ होगा जो पुलिस चौकी, अद्वेत आश्रम, पुष्कर रोड, कृष्णा कालोनी रामनगर होते हुये वापिस सोनीनगर जैन मन्दिरजी पहुंचेगी वहां पर नवनिर्मित बेदी में भगवान को विराजमान किया जायेगा, षिखर पर ध्वजा, कलष आदि का कार्यक्रम सम्पन्न होगा ।
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