सिद्धचक्र विधान के अन्तर्गत सातवें दिन 1008 अर्घ पूर्ण भक्तिभाव से समर्पित किये,

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सिद्धचक्र विधान के अन्तर्गत सातवें दिन 1008 अर्घ पूर्ण भक्तिभाव से समर्पित किये,  मैना सुंदरी श्रीपाल के जीवन पर आधारित नाटिका का मंचन एवं सिद्धचक्र महामण्डल विधान की महिमा बताई
प्रत्येक जीव को जीने का अधिकार है इसलिए भगवान महावीर स्वामी के सिद्धांत जियो और जीने दो का हमेशा जीवन में पालन करना चाहिए-108 उपाध्याय वृषभानंद जी मुनिराज
रविवार प्रातः 7ः30 बजे विष्व शांति महायज्ञ एवं 9ः00 बजे भव्य रथ यात्रा निकाली जायेगी

आज दिनांक 11 मई 2024 – श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगम्बर जैसवाल जैन मंदिर महावीर मार्ग, केसरगंज अजमेर में परम पूज्य आचार्य श्री 108 वसुनंदीजी महाराज के सुयोग्य शिष्य परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 वृषभानंद जी मुनिराज, पूज्य मुनि श्री सदानंद जी मुनिराज व क्षुल्लक श्री पूर्णानंद जी महाराज के सानिध्य मे अनंतानंत श्री सिद्ध परमेष्ठी भगवान की दिव्य महाअर्चना का अनुष्ठान व श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान महोत्सव सातवें दिन 1008 अर्घ सम्पर्पित करते हुए सिद्ध प्रभु की महाअर्चना पूजा पूर्ण भक्तिभाव से की गई।
यह जानकारी देते हुए कमेटी के सदस्य विनीत कुमार जैन ने बताया कि कार्यक्रम के अन्तर्गत आज शनिवार को प्रातः 6.15 बजे से श्रीजी के कलषाभिषेक एवं शांतिधारा कार्यक्रम सम्पन्न हुये। शांतिधारा के पुर्ण्याजक एवं श्रावक श्रेष्ठी प्रदीप कुमार सुनील कुमार महतिया परिवार के द्वारा आचार्य विद्यानंद जी एवं वसुनंदी जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया गया। पार्ष्वनाथ भगवान के प्रथम अभिषेक अमित कुमार सुनील कुमार नायक एवं शांतिधारा के द्वारा किया गया। आदिनाथ भगवान की प्रथम अभिषेक एवं शांतिधारा करने का सौभाग्य विनीत कुमार नवनीत कुमार आशीष कुमार अभिषेक कुमार सक्षम कुमार जैन उनैरिया परिवार ने प्राप्त किया। इस अवसर पर उपाध्याय श्री वृषभानंद जी मुनिराज के श्रीमुख से शांतिधारा का उच्चारण किया गया जिसमें विश्व में सभी प्राणियों का मंगल हो आपसी प्रेम व भाईचारा बढे, अहिंसा का प्रचार हो। सर्वप्रथम मण्डल जी पर सिद्धचक्र महामण्डल विधान के सौधर्म इन्द्र रमेशचंद जैन श्रीमती पुष्पा जैन नायक एवं चक्रवर्ती वीरेंद्र कुमार जैन श्रीमती शालिनी जैन बढ़ारी, महायज्ञनायक कुलदीप जैन श्रीमती ममता जैन ठकुरिया, धनपति कुबेर रुपेश जैन श्रीमती रेखा जैन दनगसिया मीटर वाले, राजा श्रीपाल रानी मैनासुंदरी राहुल जैन श्रीमती रीमा जैन पांड्या, यज्ञनायक राजकुमार जैन श्रीमती मालती जैन कोठारी, सिद्धचक्र महामंडल विधान के मुख्य मंगल कलश स्थापनाकर्ता पवन कुमार गौरव कुमार जैन बढ़ारी (बिड़ला पार्क) केसरगंज अजमेर के द्वारा सिद्धचक्र महामण्डल जी पर अर्घ समर्पित किये गये।
यह जानकारी देते हुए उत्सव संयोजक स्वदेष ढिलवारी ने बताया कि प्रातः 9.15 बजे परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 वृषभानंदजी मुनिराज के मांगलिक उद्बोधन श्री 1008 पार्ष्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर केसरगंज पर आयोजित किये गये जिसमें उन्होने कहा कि आज के समय में जब भी जैन संत नगर में आये तो उनकी अगवानी समाज के प्रत्येक श्रेष्ठी को करनी चाहिये। गुरूओं के प्रति श्रृद्धा का भाव रखना चाहिये। हमेषा र्निग्रथ मुनि की साधना में सहयोगी बनना चाहिेय। जैन संत भगवान महावीर स्वामी के द्वारा जो चर्या धारण की गई है उसका आज भी पालन कर रहे है। नग्न दिगम्बर मुद्रा भगवान आदिनाथ के काल से भगवान महावीर स्वामी तक एवं वर्तमान में इस कलयुग तक अक्षरस निरन्तर चलती आ रही है। इसके लिए हम सबको इस युग के प्रथम आचार्य शांति सागर महाराज का कर्तज्ञ होना चाहिय। प्रत्येक जीव को जीने का अधिकार है इसलिए भगवान महावीर स्वामी के सिद्धांत जियो और जीने दो का हमेशा जीवन में पालन करना चाहिए।
इसी क्रम में सायंकाल 6.00 बजे पू. उपाध्याय श्री द्वारा गुरु भक्ति/ आनंद यात्रा, प्रश्न मंच का आयेाजन केसरगंज जैन मंदिर में आयोजित किया गया जिसमें विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार का वितरण मंदिर कमेटी द्वारा किया गया। सायंकाल 7.15 बजे श्री भक्तामर स्त्रोतदीप महाअर्चना, सायंकाल 6.30 बजे संगीतमय महाआरती श्रीमती उषा जैन मातोश्री उदय कुमार नितिन कुमार पंाड्या परिवार द्वारा बाबूमौहल्ला से प्रारंभ होकर दैनिक नवज्योति रोड, महावीर मौहल्ला, केसरगंज गोल चक्कर, आदिनाथ मार्ग से बाजे वाली गली होते हुए केसरगंज जैन मंदिर पहंुची जिसमें समाज के सभी ब्राहमी महिला मण्डल, आदि सृष्टि महिला मण्डल, सुन्नदा महिला व स्वतन्त्र जैन चिन्तन महिला प्रकोष्ठ महिला मण्डल एवं श्री 1008 पार्ष्वनाथ दि. जै. जैन मंदिर कमेटी, जिनषासन तीर्थ क्षेत्र कमेटी, धर्मषाला कमेटी, औषद्यालय कमेटी के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे। रात्रि  8.15 बजे आदरणीय बाल ब्र.श्री संजय भैयाजी के मांगलिक प्रवचन व रात्रि 8.45 बजे ब्राहमी महिला मण्डल के द्वारा मैना सुंदरी नाटक का मंचन किया गया एवं आचार्य विद्यासागर पाठषाला के बच्चो के द्वारा मंगलाचरण किया गया।
अध्यक्ष पवन जैन बढ़ारी ने बताया कि कार्यक्रम के समापन पर दिनांक 12 मई रविवार को प्रातः 6.30 बजे जिनाभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा एवं मण्डल विधान पूजन, प्रातः 7ः30 बजे विष्व शांति महायज्ञ एवं महाराज श्री के प्रवचन, प्रातः 09.15 बजे श्री जिनेन्द्र भव्य रथयात्रा केसरगंज जैन मंदिर से प्रारम्भ होकर संत फ्रान्सिस हॉस्पीटल से होते हुए राजकीय महाविद्यालय चौराहा, मदन गोपाल रोड, केसरगंज गोल चक्कर से लेकर आर्य समाज रोड, स्टेषन रोड, गांधी भवन चौराहा, मदार गेट, क्लॉक टॉवर, सिनेमा रोड, आदिनाथ मार्ग पड़ाव होते हुए पुनः केसरगंज पंहुचेगी जिसमें एक हाथी, एक स्वर्णमयी रथ, तीन बैण्ड, पॉच घोड़ी, पॉच घोड़े, 11 बग्गी, 15 ढोल एवं 1 जिनवाणी रथ रथयात्रा के साथ चलेगे तत्पष्चात् प्रातः 10.30 बजे प.पू. उपाध्याय श्री 108 वृषभानंदजी महाराज के मांगलिक उद्बोधन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जायेगा। दोपहर 12.30 बजे सकल दिगम्बर जैन समाज अजमेर का वात्सल्य भोजन केसरगंज जैन मंदिर पर आयोजित किया जायेगा।
इस दौरान मन्दिर कमेटी के अध्यक्ष पवन जैन बढारी, मंत्री लोकेष जैन ढिलवारी, अभय कुमार साहबजाज, स्वदेष ढिलवारी, अषोक जैन एडवोकेट, वीरेन्द्र कुमार जैन बाडमेर वाले, मनोज जैन कोलानायक, विनीत कुमार जैन साहबजाज, वीरेन्द्र जैन बढारी, नीरज जैन सुथनिया, विनीत जैन उन्नैरिया, राहुल जैन पंचगईया, धनेष दनगसिया, राजकुमार पॉण्डया, विनित कोठारी, संजय साहबजाज, अरूण कोठारी, सुदीप कोहले, मनीष साहबजाज, अमित चडौसिया, जयचन्द पॉण्डया, अनुप दनगसिया, नितिन जैन पॉण्डया, आषीष कोठारी सहित अनेक समाजबन्धु मौजूद रहे।

भवदीय
(विनित कुमार जैन)
कमेटी सदस्य
मो. 9414281335

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