भीलवाड़ा, 19 दिसंबर- को आचार्य श्री 108 श्री सुनील सागर जी महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या आयिकारत्न 105 श्री सुदृढ़मति माताजी एवं 105श्रीसुस्वरमती माताजी सुभाष नगर से विहार करते हुए बैंड बाजो के साथ श्रींसुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर परिसर न्यू हाउसिंग बोर्ड शास्त्री नगर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ l जहां महिलाओं ने अपने सिर पर मंगल कलश लिए हुए माताजी ससंघ की भव्य अगवानी की l
आज माताजी ससंघ के सानिध्य में तपस्वी सम्राट आचार्य 108 श्री सन्मति सागर जी महाराज का 15 वॉ समाधि दिवस गुरु- पूजा के साथ उत्साह पूर्वक मनाया गया l महिलाएं, पुरुष, युवा नाचते उमंग के साथ भक्ति भाव से पूजा के अर्ग समर्पण किये l
105 श्री सुदृढमती माताजी ने संबोधित करते हुए कहा कि आचार्य श्री सन्मति सागर जी महाराज ने भेद विज्ञान के द्वारा अपने जीवन का विसर्जन किया l उनका बचपन से ही संघर्ष मयजीवन रहा उन्होंने कहा कि आचार्यश्रीनेसम्मेदशिखर की लगातार 108 बार वंदना की, 48 घंटे में एक बार जल ग्रहण किया l गुरु के प्रति समर्पण भाव से महावीर कीर्ति जी के आशीर्वाद से उपवास करने का रिकॉर्ड बनाया l जिन्होंने अंगुली पकड़ कर बड़ा किया हो, ऐसे गुरुओं का सम्मान होता हैं l माताजी ने कहा कि किसी से अपेक्षा नहीं करो, स्वावलंबी बनो, तपस्यों,त्यागीव्रतियों का विनय करते रहो l जिससे जिन शासन की महिमा बढ़ती रहे l दिगंबर संतों की भक्ति करते अपना कल्याण करो l यही आचार्य श्री सन्मति सागर जी महाराज की सच्ची विन्यांजलि होगी l
शुरुआत में समाजजनो द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया l अरविंद अजमेर ने मंगलाचरण किया l महिलाओं ने माताजी को जिनवाणी प्रदान की l
महावीर सेवा समिति के अध्यक्ष राकेश पाटनी ने बताया कि माताजी ससंघ दाहोद की ओर विहार करेंगे l
प्रकाशनार्थ हेतु प्रकाश पाटनी
संवाददाता
जैन गजट
भीलवाड़ा