श्री लब्धिसार शिक्षण शिविर: ,एक अभूतपूर्व प्रयास

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दिनांक 21-12-2024 से 29-12-2024 का 9 दिवसीय आवासीय शिक्षणशिविर स्थानीय मोदीजी की नसिया बडा गणपति इन्दौर पर आयोजित किया गया है।
आचार्य गुणधर द्वारा रचित श्री कषाय पाहुड ग्रंथ में मोहनीय कर्म के बंध, उदय,सत्व क्षय आदि का गाथा
रूप मे वर्णन है। आचार्य नेमीचन्द्र सि)ान्त-चक्रवर्ती ने सार रूप में लब्धिसार ग्रन्थ रूप में इसेगूँथा है। सरलता से वर्तमान पद्धति मे जैसे गणित आदि विषय पढ़े जाते है उस रूप में इसका प्रस्तुतिकरण है इस भावना से पुस्तक तैयार की गई है। जिसमंे स्लाइड्स, चार्टस, टेबल्स, चि= आदि का प्रयोग करके विषय ‘वस्तु’ को प्रस्तुत किया गया है। दिन में 3 समय 2-2 घंटे की क्लास होती है। जिसका समय प्रातः 8 से 10, दोपहर 3 से 5 व रात्रि में 7 से 9 बजे तक है। कक्षाये प्रोजेक्टर, स्लाइड्स व बड़ी स्क्रीन के माध्यम से होती है। यह विशेष उल्लेखनीय है कि प्रवचनकार श्री विकास सारिका जी छाबड़ा स्वयं टेक्नाक्रेट है ,व अमेरिका की बड़ी कम्पनी में कार्यरत होकर जाॅब छोड़कर यह सेवा का पुण्य कार्य कर रहे है ,वं स्वयं अमेरिका से शिक्षित दीक्षित हैं व स्वयं प्रतिमाधारी है।
इस शिक्षण ा शिविर में लगभग 170 श्रावक बाहर से आये है। जिसमें 5 ब्रह्मचारी भैया ,वं 9 ब्रह्मचारी बहने भी शामिल है।लगभग 200 स्थानीय श्रावक भाग ले रहे है। शिविर में उच्च शि़क्षित
वर्Û भी प्रतिभागी है। जिसमें डाॅक्टर सी ए इंजीनियर्स ,वं प्रोफेसर तथा वरिष्ठ ब्युरोक्रेट भी शामिल है।
शिविर के प्रमुख संयोजक श्री विमल चन्द्रजी छाबड़ा ,वं उनकी टीम है। जिसमें पूजन पानी, भोजन, रहवास, यातायात, चिकित्सा माईक, टेन्ट वाहन व्यवस्था आदि मेंलगभग 55 लोगों की टीम दिन-रात लगी है। शिविर की प्रमुख विशेषता यह है कि समस्त बाहरीप्रतिभागो के लिये निःशुल्क आवास भोजन नाश्ता, चाय व स्थानीय परिवहन की व्यवस्था की �

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