श्रेयांषनाथ भगवान के 700 अघ्र्य चढ़ाकर रक्षाबंधन पर्व मनाया

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बूंदी, 11 अगस्त। शांति सिंधु प्रभावना वर्षा योग के तत्वावधान में बघेरवाल छात्रावास के शांति सिंधु मंडप में बड़ी धूमधाम व भगवान के अघ्र्य चढ़ाकर पूजन की गई तथा श्रेयांशनाथ भगवान के मोक्ष निर्वाण दिवस पर निर्वाण लड्डू चढ़ाकर मुनि वैराग्य सागर व सुप्रभ सागर महाराज के सानिध्य में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। इस अवसर पर मुनि सुप्रभ सागर महाराज ने रक्षाबंधन पर्व के महत्व को बताते हुए कहा कि भाई-बहिन की रक्षा की साथ साथ धर्म संस्कृति की रक्षा का त्यौहार है।
मुनिश्री ने कहा कि आज ही के दिन विष्णुकुमार मुनि ने अकम्पाचार्य आदि 700 मुनिराजों पर आए उपसर्ग को दूर कर धर्म संस्कृति की रक्षा की थी। उसी प्रकार प्राणीमात्र के वात्सल्य पर्व व संरक्षण पर्व समाज व धर्म पर कोई आपत्ति आती है तो उसको दूर करने का पुरुषार्थ करना चाहिए। आज के समय में धर्मायंतरों व भारतीय संस्कृति पर जो उपसर्ग हो रहा है इसकी रक्षा की आवश्यकता है। रक्षाबंधन का पर्व भाई बहिन का नहीं प्रत्येक व्यक्ति के आपसी संबंध का है।
मुनि वैराग्य सागर महाराज ने धर्मसभा में कहा कि जीवन में तीर्थों की रक्षा देव शास्त्र गुरु की रक्षा तथा परिवार में तथा समाज में वात्सल्य भाव रखने से ही एक दूसरे की रक्षा संभव है।
इससे पूर्व प्रातः संभवनाथ दिगम्बर जैन मंदिर से बैण्डबाजे के साथ भगवान को पालकी में विराजमान कर बघेरवाल छात्रावास ले जाया गया। जहां पर कलश स्थापना का सौभाग्य कैलाशचंद ठग, शांतिधारा धर्मचंद कोटिया, महेश बोरखंडिया, पाद प्रक्षालन रमेशचंद खटोड़, शास्त्रदान रमेशचंद सिंदादातोड़ परिवार, निर्वाण लड्डू महावीर प्रसाद, नरोत्तम कुमार धनोप्या, पिच्छी को राखी बांधने का पुण्यार्जन लादूलाल बोरखंडिया को मिला। चित्र अनावरण व दीप प्रज्वलन प्रदीप हरसौरा, महावीर धनोप्या, भंवरलाल बरमुण्डा, राजेन्द्र कोटिया, नरेन्द्र कोटिया, नायब तहसीलदार रतनलाल जैन, धनराज कोटिया, प्रदीप बडजात्या ने किया। जैन संस्कार महिला मंडल, जिनशासन महिला मंडल, जैन शांति वीर बालिका मंडल व पाठशाला के बच्चों ने अघ्र्य समर्पित किए। देवेन्द्र जैन शास्त्री एवं संगीतकार आयुष जैन ने धार्मिक गतिविधियां संपन्न कराई।
उधर, चैगान जैन नोहरा आश्रम मंदिर में चातुर्मास कार्यक्रम के अंतर्गत विराजमान सत्यमति माताजी व हेमश्री माताजी के सानिध्य में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। भगवान की शांतिधारा जिनेश कुमार बाकलीवाल ने की। प्रीति दीदी ने भगवान की पूजन करवाकर श्रेयांषनाथ भगवान की अघ्र्य चढ़ाए गए एवं निर्वाण लड्डू चढ़ाया। मंडल विधान में प्रथम कलश स्थापित करने का सौभाग्य चन्द्रेश, संगीता, गुणमाला, पूजा छाबड़ा परिवार को मिला। चातुर्मास व्यवस्था समिति के संयोजक दीपक गंगवाल ने बताया कि भगवान के चित्र पर दीप प्रज्वलन करने का सौभाग्य समाज के अध्यक्ष संतोष कुमार पाटनी के परिवार को मिला तथा भगवान के अघ्र्य चढ़ाने का अवसर अशोक कुमार, रोबिन कासलीवाल परिवार सहित समाजबंधुओं को मिला। समाज के मंत्री योगेन्द्र कासलीवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
रविन्द्र काला
जैन गजट संवाददाता, बूंदी

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