सराकोद्धारक आचार्य ज्ञानसागर की प्रतिमा होगी विराजमान
मुरैना (मनोज जैन नायक) विश्व विख्यात जैन तीर्थ गोमटेश वाहुवली श्रवणबेलगोला कर्नाटक में दिगंबराचार्य ज्ञानसागर निलय का भव्य शिलान्यास समारोह 21 नवंबर को होने जा रहा है ।
मुरैना ज्ञानतीर्थ जैन मंदिर में विराजमान बाल ब्रह्मचारिणी बहिन अनीता दीदी द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार मुरैना मध्यप्रदेश की पावन धरा पर जन्में छाणी परंपरा के संवाहक सराकोद्धारक आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज का सन 2009 में गोमटेश बाहुबली, श्रवण बेलगोला में चातुर्मास हुआ था । उस समय पूज्य श्री के पावन सान्निध्य में अनेकों धार्मिक, सामाजिक एवम समाजोत्थान के विभिन्न आयोजन हुए थे ।
छाणी परंपरा के सप्तम पट्टाचार्य श्री ज्ञेयसागर जी महाराज के आशीर्वाद, स्वस्तिधाम प्रणेत्री पूज्य गणिनी आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी की मंगल प्रेरणा एवम निर्देशन में ऐतिहासिक तीर्थक्षेत्र श्रवणबेलगोला ( कर्नाटक) में 21 नवम्बर 2024 को प्रातः 09ः00 बजे सराकोद्धारक आचार्य ज्ञानसागर निलय का भव्य शिलान्यास समारोह होने जा रहा है । उक्त भव्य समारोह में जगद्गुरु कर्मयोगी स्वस्तिश्री चारुकीर्ति पंडिताचार्यवर्य भट्टारक पट्टाचार्यवर्य महास्वामी जी का मंगल आशीर्वाद और प.पू.जगद्गुरु स्वस्तिश्री चारुकीर्ति पंडिताचार्यवर्य भट्टारक पट्टाचार्यवर्य महास्वामी जी का पावन निर्देशन प्राप्त होगा ।
समाजसेवी मनोज जैन नायक मुरैना ने जानकारी देते हुए बताया कि गोमटेश बाहुबली जैन समाज का प्रमुख तीर्थ स्थल है । यहां पर प्रत्येक 12 वर्ष पश्चात मुलनायक बाहुबली भगवान का महामस्तकाभिषेक होता है । विश्व विख्यात दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र पर निर्मित होने जा रहे आचार्य ज्ञान सागर निलय में पूज्य गुरुदेव की मनोहारी भव्य प्रतिमा स्थापित की जायेगी । यह पहिला अवसर है कि किसी जैनाचार्य की प्रतिमा यहां स्थापित होने जा रही है ।
श्रवणबेलगोला क्षेत्र, श्रवणबेलगोला जैन मठ, इंस्टीट्यूशन मैनेजिंग कमेटी ट्रस्ट कर्नाटक द्वारा आयोजित समारोह में दिल्ली, आगरा, अजमेर, ग्वालियर, मुरैना, अम्बाह सहित सम्पूर्ण भारत वर्ष से सैकड़ों की संख्या में गुरुभक्त सम्मिलित होगें ।