श्रवणबेलगोला में अति प्राचीन ताड़ पत्र व हस्त लिखित शास्त्रों के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य प्रारंभ।

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परम् पूज्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के आचार्य पद प्रतिष्ठापन शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत परम् पूज्य वात्सल्य वारिधि पंचम पट्टाचार्य वर्द्धमान सागर जी महाराज की प्रेरणा से आचार्य शांति सागर फाउंडेशन, बंगलुरु द्वारा अति प्राचीन दुर्लभ ताड़ पत्र एवं हस्त लिखित शास्त्रों के जीर्णोद्धार, संरक्षण एवं संवर्धन का ऐतिहासिक कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला में पांच लाख से अधिक अति प्राचीन ताड़ पत्र व हस्त लिखित शास्त्रों के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य पूज्य श्री चारुकीर्ति
भट्टारक स्वामीजी के निर्देशन में दिनांक 11 जुलाई 2025 को प्रारंभ हुआ। श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला चातुर्मास रत आचार्य श्री सुविधि सागर जी महाराज, आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी महाराज(दक्षिण), मुनि श्री विद्यासागर जी एवम उपस्थित सभी आचार्य, मुनि, आर्यिका माताजी ने उक्त कार्य के लिए अपना मंगल आशीर्वाद प्रदान किया
ज्ञात हो कि आचार्य शांतिसागर फाउंडेशन द्वारा कुम्भोज, कारंजा आदि स्थानों पर लाखों से अधिक संख्या में ताड़पत्रों और हस्तलिखित अति प्राचीन शास्त्रों के जीर्णोद्धार, संरक्षण का कार्य सम्पन्न हुआ है।

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