अति कठोर एवं द्रवित हृदय से बताना पड़ रहा है कि जैन धर्म के विश्वप्रिय संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज आज रात्रि 2:35 बजे चंद्रागिरी तीर्थ डोंगरगढ़ में समाधि विलीन हो चुके हैं।
आज पाठशाला में उनके द्वारा समाज एवं देश को दिए गए अमूल्य विचारों को बच्चों के बीच रखा गया।
हम सबके प्रिय संत श्री विद्यासागर जी ने जीवन भर शाकाहार भोजन पर विशेष जोर दिया था।
आज की पाठशाला में इसी उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु बच्चों के बीच विचार रखे गए।
अंत में पाठशाला के सभी सदस्यों और बच्चों के द्वारा दो मिनिट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
श्रद्घांजलि सभा मे सोनल जैन, रक्षा जैन, सामली जैन, श्रवण कुमार बबलू सिन्धी, दीपक चावला, प्रभाती घोष, सीमा श्रीवास्तव, सोनल जैन पत्रकार, रोमा शर्मा, रिंकी अरोरा, रोशनी चोपड़ा उपस्थित रहे
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