नागपुर, महाराष्ट्र। संतरों की नगरी नागपुर, महाराष्ट्र में श्रमण संत श्री प्रशमसागर जी महाराज एवं श्रमण श्री प्रणतसागर जी के निर्देशन में श्रमण मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज का 17वां दीक्षा दिवस दो दिवसीय आयोजनों के साथ 13 व 14 अक्टूबर को अगाध श्रद्धा के साथ मनाया गया।
इस मौके पर सर्व इष्ट ऋद्धि-सिद्धि प्रदायक भगवान पद्मप्रभु की आराधना 51 जोड़ों द्वारा दीक्षा दिवस की पूर्व बेला पर की गयी। प्रसिद्ध मंचकलाकार राजेन्द्र जैन उमरगा ने भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुति दीं।दीक्षा दिवस का सौभाग्य अनन्य गुरु भक्त लखमीचंद, राजेशकुमार, मुकेश कुमार जैन केबलवाला परिवार को प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर प.पू. मुनि श्री सुप्रभसागर जी ने कहा कि अनंत उपकार हैं उन गुरु विशुद्धसागर जी का जिनके प्रथम दर्शन से मुझे सम्यक दर्शन हो गया। गुरु के उपकार हैं जो उन्होंने मुझे मुक्ति के पथ के साथ रत्नत्रय रूप मोक्षमार्ग का पाथेय प्रदान किया।
शास्त्र भेंट का सौभाग्य आयोजक परिवार राजेश जैन, मुकेश जैन केबल परिवार नागपुर के साथ 17 विशेष गुरु भक्तों को प्राप्त हुआ। इस अवसर पर अनन्य गुरु भक्त मनोज पहाडिया, अध्यक्ष खण्डेलवाल प्रांतीय महासभा, भिलाई (छ.ग.) ,पवन जैन अम्बुर, परभणी, शांति कुमार कासलीवाल उज्जैन के साथ वाशिम, अमरावती, बसमत, सोलापुर, हिंगोली (महा.), सागर, उज्जैन, छिंदवाडा, परासिया, मोहखेड, सावरी, पचमढ़ी, टीकमगढ़,घुवारा (म०प्र०), बानपुर, ललितपुर , पं. मुकेश शास्त्री विनम्र, गुरुग्राम (हरियाणा) , पं. अखिलेश शास्त्री, रमगढ़ा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
आचार्य विशुद्धसागर राष्ट्रीय पुरस्कार “प्रभावना पुरुषोत्तम” उपाधि 2025- राजेन्द्र उमरगा को प्रदान किया गया- परम पूज्य मुनि श्री सुप्रभसागर जी की प्रेरणा से “आचार्य विशुद्धसागर राष्ट्रीय पुरस्कार” ‘प्रभावना पुरुषोत्तम’ उपाधि के साथ सामाजिक क्षेत्र कार्य करने वाले किसी विशिष्ट व्यक्तित्व को “उत्कर्ष समूह, भारत” द्वारा प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता है।
पुरस्कार संयोजक डॉ सुनील संचय ललितपुर ने बताया कि 2025 का यह ‘आचार्य विशुद्धसागर राष्ट्रीय पुरस्कार “प्रभावना पुरुषोत्तम” उपाधि के साथ संस्कृति एवं कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अनन्य गुरु भक्त, बोली सम्राट, कुशल दीप नृत्य कलाकार राजेन्द्र जैन, उमरगा को 21,000/- इक्कीस हजार की नगद राशि के साथ उत्कर्ष समूह, भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष-रविन्द्र गहाणकर, अमरावती, कोषाध्यक्ष ओमत बज, रोहित पाटोदी, छिंदवाडा, संयोजक अरविन्द बुखारिया, उज्जैन, मंत्री इन्द्रकुमार सिंघई बानपुर, सिंथिल जैन, सागर एवं उपस्थित पदाधिकारीगणों द्वारा 14 अक्टूबर, 2025 को प.पू. मुनि श्री सुप्रभसागरजी के 17 वें निर्वाण दीसा दिवस पर प.पू. मुनि श्री प्रशमसागर जी, मुनि श्री सुप्रभसागरजी , मुनि श्री प्रणतसागर जी ससंघ के सान्निध्य में प्रदान किया गया।
– डॉ. सुनील जैन संचय, ललितपुर
निर्देशक- उत्कर्ष समूह, भारत















