21 अगस्त बुधवार 2024
जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज ने वर्षा योग में धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया
शराब अच्छी वस्तु नहीं है इसे पीने के बाद मनुष्य को अच्छा बुरा का ज्ञान तक नहीं रहता शराबी व्यक्ति से कोई बात करना पसंद नहीं करता मनुष्य के स्वरूप को शराब बिगाड़ कर शराबी नाम से संबोधित करते हैं उसे पुकारते हैं
शराब भटीयो में अभक्ष्य वस्तुओं से तैयार होती है इसे पीने से मनुष्य दुर्गति के मार्ग पर जाता है शराब से सदैव मुनि ने दूर रहने का उद्बोधन दिया शराबी के पास कभी धन लक्ष्मी नहीं टिकती उसके घर पर सदैव दरिद्रता बनी रहती है
आज का व्यापारी मुनाफे के लिए ही व्यापार करता है वह बाहर से वस्तुएं मंगा कर और बेचने का कार्य करता है अगर व्यापार में मुनाफा ना होने लगे तो व्यापारी व्यापार नहीं करेगा अच्छा व्यापारी होने पर ही अच्छा व्यापार कर सकता है व्यापार को चलाते के लिए उसे अनुभव की आवश्यकता होना बताया
तन धन मन में आज मनुष्य उलझा हुआ है
जैन मुनि संविज्ञ सागर जी महाराज
जो लोग मन में उतरते हैं उन्हें लोग संभाल के रखते हैं जो लोग मन से उतर जाते हैं उनसे लोग संभल के रहते हैं
मुनि ने आत्मा तीन प्रकार की होना बतलाया बहिरंग आत्मा अंतरात्मा और परमात्मा
तीनों आत्माओं का वर्णन करते हुए बताया
तन का वजन बढ़ने पर योग करके वजन कम करना चाहिए
धन ज्यादा बढ़ने पर उसे दान देकर जरूरतमंदों लोगों को देकर जिनालयों में दान करके धन को कम करना चाहिए
मन का बोझ सबसे बड़ा बोझ बताया जो ध्यान क्षमता भाव निर्मल परिणाम होने से कम हो सकता है
आज का मनुष्य मिथ्या दृष्टि होने से ही धर्म मार्ग से दूर भाग रहा है जिनवाणी की शरण में आने से ही बड़े से बड़े पापी दुष्ट आत्मा का भी कल्याण होना मुनि ने बताया
जब भी मनुष्य के चिंता होगी सबके पहले उसके चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती है चिंता को छोड़कर चिंतन करने से चिंता का समाधान निकल जाता है
मनुष्य को सदैव अपनी सोच सकारात्मक बनाना चाहिए नकारात्मक सोच ठीक नहीं है जिनवाणी के ज्ञान ध्यान से मन का बोझ हल्का होता है इस संसार में सबसे बड़ा दैह का मोह मुनि ने बताया रोटी पर घी चिपका रहता है ठीक उसी प्रकार आत्मा पर मोह चिपक गया है
जिस दिन जीव अपनी आत्मा को पहचान जाएगा उसी दिन वह धर्म से नजदीक आने लगेगा
आज के भक्तामर स्तोत्र के पुनार्जक पारस कुमार रमेश कुमार शंभू कुमार जैन मोडीका का द्वारा दीप प्रज्वलित चित्र अनावरण मुनि के पाद पक्षालन
मंगलाचरण की प्रस्तुति परिवार द्वारा दी गई
परिवार जनों का तिलक माला पगड़ी बनाकर वर्षा योग समिति ने स्वागत सम्मान किया
महावीर सरावगी प्रचार मंत्री वर्षा योग समिति नैनवा द्वारा जानकारी
जैन मुनि सविज्ञसागर महाराज की प्रेरणा से
जैन युवा मंडल द्वारा दो बसे किशनगढ़ को प्रस्थान होगी
चतुर्थ पटाधीश आचार्य सुनील सागर महाराज किशनगढ़ के लिए आज रात्रि को दो बसें युवा मंडल सानिध्य में दर्शनार्थ शांति वीर धर्म स्थल से मुनिसंघ की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से यहा के लिए प्रस्थान होगी
दिगंबर जैन समाज प्रवक्ता महावीर कुमार जैन सरावगी