स्वर्ण कलशों से हुआ महामस्तकाभिषेक
मुरैना (मनोज जैन नायक) वार्षिक जैन मेला, विमानोत्सत्व, महामस्तकाभिषेक के अवसर पर परमोदय जैन तीर्थ टिकटोली भगवान शांतिनाथ के जयकारों से गुंजायमान हुआ ।
मुरैना जिले की जौरा तहसील के ग्राम टिकटोली में एक पहाड़ी की तलहटी में एक हजार वर्ष से भी अधिक प्राचीन जैन मंदिर स्थित है । जिसमें अति प्राचीन मुलनायक भगवान शांतिनाथ, कुंथनाथ, अरहनाथ जी की खड़गासन प्रतिमाएं स्थापित हैं, साथ ही पाषाण की शिला पर भगवान पार्श्वनाथ एवम मानस्तंभ भी देखने को मिलता है ।
परमोदय जैन तीर्थ टिकटोली के अध्यक्ष राजेंद्र भंडारी एवम महामंत्री ओमप्रकाश जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नववर्ष की पावन बेला में वार्षिक जैन मेले का आयोजन किया गया । इस अवसर पर श्री जी का विमानोत्सव निकालकर स्वर्ण कलशों से भगवान शांतिनाथ का मस्तकाभिषेक किया गया । आयोजन में जैन मित्र मंडल मुरैना एवम अतिशय मित्र मंडल जौरा का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ ।
कार्यक्रम के शुभारंभ में नगर के उद्यमी पवन जैन, महेशचंद बंगाली, ऋषभ इंटर प्राइजेज मुरैना ने अपने परिजनों के साथ ध्वजारोहण किया । बाहर से पधारे हुए अथितियो द्वारा चित्र अनावरण के पश्चात कैलारस नगर पालिका की अध्यक्षा श्रीमती अंजना बंसल ने समाज के श्रेष्ठिवर्ग के साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
बाल ब्रह्मचारी संजय भैयाजी के निर्देशन एवम बा. ब्र. बहिन अनीता दीदी, ललिता दीदी के पावन सान्निध्य में श्री जी की शांतिधारा करने का सौभाग्य एडवोकेट धर्मेंद्र जैन अक्षत जैन नायक, ओमप्रकाश जैन गोपालपुरा, को प्राप्त हुआ ।
ड्रॉ द्वारा स्वर्ण कलशों से महामस्तकाभिषेक करने का सौभाग्य ऋषभ जैन परीक्षा, ब्रजेश जैन दादा, मनोज जैन नायक, राकेश जैन, महेश जैन, पारस जैन मुरैना, धर्मेंद्र जैन पटेल, महावीर जैन पुजारी, हरिश्चंद जैन, धर्मचंद जैन मुरार, रविंद्र जैन अंबाह, पदमचंद जैन, दीपक जैन, जयचंद जैन राहुल बिहार आगरा, संजय भैयाजी कुल 16 व्यक्तियों को प्राप्त हुआ । स्वर्ण कलश से इन्द्रो द्वारा जैसे ही भगवान शांतिनाथ पर जलधारा छोड़ी गई तो सभी लोग जय जयकार करने लगे ।
विमानोत्सव के लिए श्री जिनेंद्र प्रभु को सुज्जित नालकी में विराजमान कर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई । विमानोत्सव शोभायात्रा ने सम्पूर्ण क्षेत्र की परिक्रमा की । शोभायात्रा में सभी नर नारी एवम युवक युवतियां भक्तिमय भजनों पर नृत्य कर रहे थे । चहूंओर भगवान शांतिनाथ के जयकारे गूंज रहे थे ।
संपूर्ण भारत से आए हुए लगभग दो हजार धर्मानुरागी बंधुओं का उत्साह देखते ही बनता था । सभी के लिए मुरैना से निःशुल्क वाहन एवम स्वल्पाहार की व्यवस्था जैन मित्र मंडल मुरैना एवम वात्सल्य भोज की व्यवस्था अतिशय मित्र मंडल जोरा की ओर से की गई थी ।
ये प्रथम अवसर था जब जैन मित्र मंडल मुरैना ने इस वर्ष अतिशय क्षेत्र टिकटोली मेले की कमान सम्हाली थी । जैन मेले में इस बार ऐतिहासिक भीड़ मौजूद थी । केवल मुरैना से ही 09 बसें टिकटोली गई थी । इस बार जैन मित्र मंडल ने घर घर पीले चावल देकर सम्मान सभी को टिकटोली आगमन हेतु आमंत्रित किया था । उसी के फलस्वरूप टिकटोली में लगभग 2000 लोगों की उपस्थिति से जंगल में मंगल का नजारा दिखाई दे रहा था ।
नववर्ष की शुभ प्रभात वेला में अतिशय क्षेत्र टिकटोली में मुरैना, अंबाह, बानमोर, पोरसा, जोरा, धौलपुर, मनियां, आगरा, मुरार, लश्कर, ग्वालियर, राजाखेड़ा, फिरोजाबाद, शमशावाद सहित सम्पूर्ण भारतवर्ष से हजारों की संख्या में जैन धर्मानुरागी बंधु, माता बहिन एवम युवा साथी उपस्थिति थे ।