जैन मुनि प्रज्ञानसागर प्रसिद्ध सागर महाराज का परम सानिध्य
2 सितंबर मंगलवार 2025
उत्तम संयम धर्म के दिन अपार भक्तों ने 20 पथ जिनालय शांति वीर धर्म स्थल शांति धारा करने का सौभाग्य अशोक कुमार जैन अध्यापक परिवार ने सौभाग्य प्राप्त किया
प्रज्ञानसागर महाराज ने बताया
उत्तम संयम धर्म अपनी आत्मा को तपाकर परमात्मा बनाने वाला धर्म है
संसारी भोगों से आत्मा पर इतना कूड़ा करकट जम गया उसे साफ करने के लिए यह प्रयुषण पर्व का पावन जल ही हमारी आत्मा को उत्तम कर सकता है
पूरी जिंदगी हमारी भोगों को भोगते हो गई लेकिन हमने कभी संयम धारण किया ही नहीं
मनुष्य अपने मन में चाहे संयम धर्म मुझे धारण करना है तो कोई संसार के ताकत नहीं है कि रोक सके लेकिन अपने मन में संयम करना पड़ेगा धर्म को जानने के लिए
पहचान के लिए कि हमारा संयम धर्म क्या है हमें क्या बतलाता है इसे क्या शिक्षा हमे प्राप्त करना चाहिए
प्रज्ञानसागर महाराज ने कहा कि छोटे-छोटे नियम लेकर भी आप कर सकते हो आपने भोजन कर लिया भोजन का त्याग कर दो अपने पानी ले लिया पानी का त्याग कर दो
जितने समय भी आपका त्याग रहेगा वह भी एक धर्म है और कण कण करते मण हो जाता है इसलिए धर्म को स्वीकार करना सीखो
दिल्ली कलाकारों द्वारा मुनि के प्रवचन से पूर्व नाटिका की प्रस्तुति दी
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
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