सेमिनार में स्कूल के विद्यार्थियों को बताया जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण का महत्व

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हर प्राणी का बुनियादी अधिकार है पानी, न करें इसका दुरुपयोग-भाटिया
यमुनानगर, 22 मई (डा. आर. के. जैन):
एस. डी. पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मॉडल टाउन में जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण बारे एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें जिला बाल कल्याण अधिकारी सुखविंदर सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि एवं शिक्षाविद और पर्यावरण मित्र गोबिंद सिंह भाटिया ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। इस सेमिनार में विद्यालय प्रधानाचार्य सुनीता शर्मा सहित विद्यालय के लगभग चार सौ विद्यार्थियों और 20 अध्यापकों ने भाग लिया। वाटर मैन गोबिंद सिंह भाटिया ने इस संगोष्ठी में अपने वक्तव्य में बच्चों को पानी का महत्व बताते हुए पानी बचाने के कुछ गुर बताए। उन्होंने बताया कि पानी हमारे लिए जरूरी है लेकिन हमारा अधिकार नहीं। धरती पर प्रयोग किए जाने योग्य पानी बहुत कम मात्रा में मौजूद है, इसलिए हमने पानी का प्रयोग करना है दुरुपयोग नहीं। हर प्राणी का बुनियादी अधिकार है पानी पर, लेकिन वह दिन दूर नहीं जब हमें पानी की एक एक बूंद के लिए तरसना पड़ेगा। आज भी दुनिया की लगभग आधी आबादी में पानी के लिए त्राहि त्राहि मची हुई है, इसलिए हमें पानी व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। उपस्थित सभी बच्चों को ग्रीष्मावकाश के दौरान कम से कम दो दो पौधे लगाने हेतु प्रेरित करते हुए बताया कि पेड़ हमारे सबसे अच्छे मित्र हैं, ऑक्सीजन, फल, लकड़ी, पशु पक्षियों को आश्रय देने के साथ साथ प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। मनुष्य विकास के नाम पर बहुत विनाश कर रहा है। अधिक से अधिक पौधारोपण कर प्राकृतिक संतुलन बनाने में सहयोग करना है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुखमिंदर सिंह ने भी जल संरक्षण एवं पौधारोपण बारे अपने विचार रखे। प्रधानाचार्य सुनीता शर्मा ने बताया कि निश्चित तौर पर इस सेमिनार से बच्चों को बहुत लाभ मिलेगा, उन्हें बहुत कुछ नया सीखने को मिला और जल बचाने व पौधारोपण करने हेतु संकल्प भी लिया।
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विद्यार्थियों को संबोधित करते वक्ता…………….(डा. आर. के. जैन)

इनोवेशन करने वाले विद्यार्थियों को मिलेगी फैलोशिप-दीपन साहू
यमुनानगर, 22 मई (डा. आर. के. जैन):
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की नवाचार इनोवेशन सेल की ओर से युक्ति इनोवेशन रिपॉजिटरी का निर्माण, कैम्पस विचारों का उत्पाद में रूपांतरण एवं नवाचार को बढ़ावा देने के विषय पर ऑनलाइन लेक्चर का आयोजन किया गया। शिक्षा मंत्रालय की नवाचार प्रकोष्ठ के सहायक नवाचार निदेशक दीपन साहू ने आई. आई. सी. व युक्ति इनोवेशन के बारे में जानकारी दी। डी. ए. वी. गल्र्स कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने टीचर्स व छात्राओं के साथ इसमें ऑनलाइन भागीदारी की। मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष शालिनी छाबड़ा व आई. सी. सी. कनवीनर विवेक ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। दीपन साहू ने नवाचार से जुड़े विभिन्न पहलुओं, अवसरों और उनके व्यवसायीकरण के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान यह भी बताया गया कि विभिन्न संस्थानों में आई. सी. सी. के माध्यम से नवाचार को कैसे बढ़ावा दिया जा रहा है। अब तक कितने स्टार्टअप स्थापित हो चुके हैं और वे कितना राजस्व उत्पन्न कर रहे हैं, इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की गई। कार्यक्रम में ज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के माध्यम से कोविड से लड़ता युवा भारत नवाचार चुनौती 2025 के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। इसमें बताया गया कि इस चुनौती में भाग लेने के लिए टीम में 3 से 4 सदस्य हो सकते हैं। नवाचार कम से कम प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट स्तर पर होना आवश्यक है। विजेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान, मेंटरशिप, फंडिंग और इनक्यूबेशन का अवसर प्रदान किया जाएगा। ज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के माध्यम से कोविड से लड़ता युवा भारत, नवाचार भंडार के विषय में भी विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि छात्र, शिक्षक एवं स्टार्टअप संस्थाएं इस पोर्टल पर अपने नवाचारों को कैसे दर्ज कर सकती हैं। पंजीकरण प्रक्रिया और विचार सबमिट करने के स्टेप्स को ऑनलाइन लाइव डेमो के माध्यम से समझाया गया, जिससे प्रतिभागियों को वास्तविक समय में प्रक्रिया को समझने में आसानी हुई। साथ ही अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद उत्पादिकरण फेलोशिप के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें चयनित नवाचारों को उत्पादों में बदलने के लिए विशेष मेंटरशिप, तकनीकी सहायता और सीमित अवधि के लिए फेलोशिप फंडिंग प्रदान की जाएगी। आवेदन प्रक्रिया को भी चरणबद्ध तरीके से ऑनलाइन प्रस्तुत किया गया, जिसमें बताया गया कि नवाचारों को पोर्टल पर कैसे सबमिट करना है, किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, और चयनित फेलो को किस प्रकार की फंडिंग एवं मेंटरशिप दी जाएगी। कार्यक्रम के सफल संचालन में ममता थापर और मनिका सेठी ने सहयोग दिया।
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लेक्चर में भाग लेती शिक्षिकाएं व छात्राएं………………(डा. आर. के. जैन)

डी. एल. एस. ए. के सहयोग से जिला पुलिस की टीम ने छात्राओं को किया जागरूक
दुर्गा शक्ति, डायल-112, सेल्फ डिफेन्स व गुड टच-बैड टच के बारे दी जानकारी
यमुनानगर, 22 मई (डा. आर. के. जैन):
माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश व सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण यमुनानगर आर. सी. डिमरी की अध्यक्षता में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरस्वती नगर में छात्राओं के लिए आत्मरक्षा तकनीकों पर एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया, जिसमें पुलिस विभाग यमुनानगर से ए. एस. आई. नीलम, कांस्टेबल पूनम और कांस्टेबल पिंकी ने छात्राओं को आत्मरक्षा की तकनीकों से अवगत कराया। लड़कियों को सम्बोधित करते हुए सेफ सिटी टीम की ए. एस. आई. नीलम ने कहा कि पुलिस हमेशा आप के साथ है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग द्वारा दुर्गा-शक्ति एप्प लांच की गई है। उन्होंने बताया कि दुर्गा शक्ति एप्प का लाल बटन दबाने से आपको पुलिस मदद मिलेगी इसलिए आप खुद को दुर्गा शक्ति एप्प पर रजिस्टर कर लें। महिला विरुद्ध होने वाले अपराधों की सूचना किसी भी थाना के महिला हैल्प डेस्क, महिला थाना, महिला हेल्पलाइन नम्बर 1091 या डायल 112 पर दी जा सकती है। सूचना पर पुलिस तुरन्त करवाई करेगी है। पुलिस टीम ने महिला विरुद्ध होने वाले अपराधो के बारे में विस्तार से जानकारी दी ताकि महिला विरुद्ध अपराध पर रोक लग सकें। पुलिस टीम ने छात्राओं को सडक़ सुरक्षा तथा साईबर अपराधों के बारे भी जागरूक किया तथा कॉलेज की छात्राओं को दुर्गा शक्ति एप्प और डायल-112 एप्प डाउनलोड करवाकर उनके बारे में विस्तार से जानकरी दी।
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छात्राओं को जागरूक करते पुलिसकर्मी…………….(डा. आर. के. जैन)

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