जयपुर। विगत कई वर्षों से राजस्थान जैन समाज विभिन्न मंचों से श्रमण संस्कृति बोर्ड के गठन की मांग कर रहा था, जिसको लेकर अभी कुछ माह पूर्व जैन समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर इस संदर्भ में ज्ञापन भी दिया था, जिसके बाद कर्नाटक में आचार्य काम कुमार नंदी की निर्मम हत्या के दौरान जब सकल जैन समाज सड़को पर आया तो उस दौरान भी समाज ने मुख्यमंत्री से श्रमण संस्कृति बोर्ड के गठन की मांग को पुरजोर तरीके से रखा, जिसका जैन समाज को प्रतिफल भी मिला और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समाज की मांग को स्वीकार कर राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड के गठन को मंजूरी प्रदान कर दी। लगभग 1 माह बाद गुरुवार को गठित बोर्ड के 5 पदाधिकारियों का मनोनय कर घोषणा की जिसमें श्री महावीर तीर्थ क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष एडवोकेट सुधांशु कासलीवाल को अध्यक्ष, प्रकाशभाई सिंघवी को उपाध्यक्ष मनोनीत करने के साथ ही विख्यात समाजसेवी और कारोबारी, आरके मार्बल प्रमुख अशोक पाटनी (किशनगढ़), दिनेश खोड़निया (डूंगरपुर) और मनीष मेहता को सदस्य मनोनित कर घोषणा की गई।
गुरुवार को हुई घोषणा के बाद अखिल भारतीय दिगंबर जैन युवा एकता संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू, अतिशय क्षेत्र बाड़ा पदमपुरा प्रबंध कार्यकारिणी अध्यक्ष एडवोकेट सुधीर जैन, राजस्थान जैन सभा अध्यक्ष सुभाष जैन पांड्या, राजस्थान जैन युवा महासभा अध्यक्ष प्रमोद जैन लाला सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजय बापना, श्रीमती रोमा जैन, समाजसेवी राजीव जैन गाजियाबाद, आलोक जैन तिजारिया, पूर्व आईपीएस अनिल जैन, धर्मचंद पहाड़िया, ज्ञानचंद झांझरी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों और समाज बंधुओ ने ना केवल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया बल्कि राजस्थान सरकार का धन्यवाद भी किया और मनोनित पदाधिकारियों को बधाई दी।