सनावद की बेटी स्तुति जैन ने लिखी नई पुस्तक — “देअर्स ऑलवेज़ अ चॉइस टू फ्लिप द स्टोरी”
भावनात्मक और आर्थिक संघर्षों से उबरने का प्रेरक मार्गदर्शन
सनावद। नगर की प्रतिभाशाली बेटी और भारतीय ट्रांसफ़ॉर्मेटिव लाइफ़ कोच स्तुति जैन ने अपनी नई पुस्तक “देअर्स ऑलवेज़ अ चॉइस टू फ्लिप द स्टोरी” प्रकाशित की है। यह पुस्तक जीवन में बार-बार दोहराए जाने वाले दर्द और संघर्षों के पीछे छिपे असली कारणों को उजागर करती है और बताती है कि क्यों हम चाहते कुछ और हैं, लेकिन पाते उसका उल्टा हैं — चाहे वह रिश्तों की तसल्ली हो, आर्थिक स्थिरता या मानसिक-शारीरिक संतुलन।
सरल भाषा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित यह 150 पृष्ठों की प्रेरक पुस्तक पाठकों को सिखाती है कि कैसे नर्वस सिस्टम को शांत करें, पुराने विश्वासों और व्यवहारिक पैटर्न्स को बदलें, मानसिक और भावनात्मक घावों को भरें तथा जीवन में सुरक्षा, प्रेम और स्थिरता वापस लाएँ।
पुस्तक के प्रकाशन के मात्र 24 घंटे के भीतर ही यह अमेज़न पर ग्लोबल बेस्ट-सेलिंग बुक बन चुकी है। भारत सहित अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और कई अन्य देशों के पाठकों ने इसे बेहद सराहा है। इसकी प्रभावशाली सामग्री और जीवन बदलने वाले संदेशों ने इसे पाठकों की रीडर-फेवरेट सूची में शामिल कर दिया है।
यह पुस्तक उन सभी लोगों के लिए उपयोगी है जो “संघर्ष से समृद्धि” और “सिर्फ़ जीने से आगे बढ़कर जीवन को संवारने” की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं।
युवा समाजसेवी राजेन्द्र जैन महावीर ने बताया कि स्तुति जैन, जो मूल रूप से सनावद की निवासी हैं,जो सोलंकी कॉलोनी में निवासरत व्यवसाई जितेन्द्र सरिता जैन की पुत्री हैं।वर्तमान में वे पूना में एक प्रसिद्ध ट्रांसफ़ॉर्मेटिव लाइफ़ कोच, वक्ता और लेखिका हैं। कम उम्र में ही उन्होंने अपनी गहन समझ और वैश्विक प्रभाव से विशिष्ट पहचान बनाई है। अब तक उन्होंने 3,000 से अधिक लोगों — जिनमें कॉरपोरेट जगत, एमबीए कॉलेजों और विभिन्न समुदायों के लोग शामिल हैं — को भावनात्मक उपचार, नर्वस सिस्टम संतुलन, आंतरिक बाल कार्य (इनर चाइल्ड वर्क) और माइंडसेट परिवर्तन के माध्यम से आत्मविकास की राह पर आगे बढ़ने में सहायता की है।
स्तुति ने बताया कि उनका मिशन है — लोगों को उनकी खोई हुई शक्ति, आत्मविश्वास और स्वतंत्रता वापस दिलाना।
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