कोटा। धार्मिक एवं शैक्षणिक नगरी कोटा के महावीर नगर विस्तार योजना में गुरुवार को जन-जन के संत आचार्य भगवन गुरुवर श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज के प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर भव्य आचार्य छत्तीसी विधान का श्रद्धा भक्ति समर्पण के साथ आयोजन किया गया। इस पावन अवसर पर तपोभूमि प्रणेता आचार्य श्री 108 प्रज्ञा सागर जी महाराज के सानिध्य में कार्यक्रम संपन्न हुआ।विधान के दौरान भावविभोर हुआ जनसमुदाय
अध्यक्ष सिद्धार्थ हरसौरा ने बताया कि प्रातःकाल जब श्रद्धालु विधान पंडाल पहुंचे तो वहाँ आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का भव्य कट-आउट ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो स्वयं आचार्य श्री विराजमान होकर समस्त जनमानस को अपना आशीर्वाद प्रदान कर रहे हों।
विधान में आचार्य श्री की पूजा हेतु आचार्य विद्यासागर एक्सप्रेस के माध्यम से कोटा से डोंगरगढ़ (आचार्य श्री की समाधि स्थल) पर समाज श्रेष्ठियों द्वारा पूजन सामग्री ले जाई गई एवं वहाँ पर विधि-विधान से पूजन संपन्न की गई।भक्ति, प्रवचन और श्रद्धा का अनूठा संगम
महामंत्री पारस जैन ने बताया कि आचार्य श्री की पूजन के उपरांत पूरे पंडाल में श्रद्धालुओं द्वारा आचार्य छत्तीसी विधान बड़े ही भक्ति भाव से संपन्न किया गया। इसके पश्चात आचार्य श्री 108 प्रज्ञा सागर जी महाराज ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के जीवन से जुड़े अनेक प्रेरणादायक प्रसंग सुनाए, जिन्हें सुनकर संपूर्ण जनमानस भाव-विभोर हो उठा।
आचार्य श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के उद्बोधन के पश्चात विशाल एलईडी स्क्रीन पर आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के अंतिम प्रवचन प्रसारित किए गए। इस दौरान ऐसा प्रतीत हुआ मानो स्वयं आचार्य श्री वहां उपस्थित होकर धर्म और सत्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे हों। प्रवचन सुनकर संपूर्ण समाज कुछ क्षणों के लिए मंत्रमुग्ध हो गया और श्रद्धालु अपने जीवन में आचार्य श्री से जुड़े स्मरणों में खो गए।
यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम की सफलता पर अध्यक्ष सिद्धार्थ जैन एवं मंत्री पारस जैन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि आचार्य श्री का प्रथम समाधि दिवस अत्यंत श्रद्धा एवं भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष विमल नान्ता,महामंत्री विनोद जैन टोरडी कार्याध्यक्ष प्रकाश बज, नरेश वेद, निशा वेद पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार सहित स्थानीय समाज के पदाधिकारी उपाध्यक्ष संजय जेठानीवाल, महेंद्र जी लाम्बाबांस, रोहित खटोड़, श्रेयांश हरसोरा, मुकेश जी जेठानीवाल, अंकुश ठग आदि उपस्थित रहे।
प्रस्तुति
पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा
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