संत महात्मा के सानिध्य और उपदेश हमारे जीवन और मानवता के लिए हितकर होते हैं।

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प्रोफेसर रेणु जैन

 

बदनावर। संत महात्मा के सानिध्य और उपदेश हमारे जीवन और मानवता के लिए हितकर होते हैं। भगवान ऋषभदेव एवं महावीर स्वामी की परम्परा में अनेक त्यागी तपस्वी महान् संत ने अहिंसात्मक जीवन शैली को विशेष रूप से जोर देकर प्रचारित किया वहीं अनेकांतवाद की दृष्टि से दुनिया को अवगत कराया। आज वर्तमान में दोनों ही सिध्दांत अतिआवश्यक प्रतीत हो रहें हैं।

उक्त विचार शीतल तीर्थ रतलाम के पंचकल्याणक महोत्सव के अवसर पर भारतीय डाक विभाग के इंदौर परिक्षेत्र द्वारा जारी किए गए विशेष आवरण के अनावरण समारोह के अवसर पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर रेणु जी जैन द्वारा प्रमुख डाकघर में इंदौर में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। इस अवसर पर विशेष अतिथि सुश्री प्रीती अग्रवाल पोस्टमास्टर जनरल, इंदौर परिक्षेत्र के द्वारा डाक विभाग एवं जैन सम्प्रदाय एवं महान जैन संतों पर जारी विशेष आवरणों के बारे में बताया गया | सुश्री प्रीती अग्रवाल द्वारा सर्वधर्म समभाव की महत्ता का वर्णन करते हुए संतो के द्वारा किये गए कार्यों एवं परोपकारो की विस्तृत व्याख्या की गई तथा सत्य, अहिंसा एवं आस्तेय का अनुकरण करने हेतु प्रोत्साहित किया गया | उन्होंने बताया कि इस विशेष आवरण के जारी होने से शीतल तीर्थ एक भव्य जैन तीर्थ के रूप में पहचाना जायेगा एवं इसकी पावन स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए यह विशेष आवरण जारी किया जा रहा है | यह विशेष आवरण ई पोर्टल पर आनलाईन भी प्राप्त किया जा सकेगा। कार्यक्रम में आयोजन समिति की ओर से डा अनुपम जी जैन कारणवश उपस्थित नहीं हो सके उनके प्रतिनिधि के रूप में अध्यक्षता कर रहे कैलाश जी वेद पूर्व अध्यक्ष दिगम्बर जैन सामाजिक संसद इंदौर ने शीतल तीर्थ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य योगीन्द्र सागर महाराज के सपनों का तीर्थ उनकी सुयोग्य शिष्या डॉ सविता जैन के अथक प्रयासों से “शीतल तीर्थ” के रूप में रतलाम के निकट धामनोद ग्राम में बनाया गया है। कार्यक्रम का संयोजन वर्द्धमानपुर शोध संस्थान बदनावर के ओम पाटोदी ने किया।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में श्रीमती साधना डोसी एवं सुश्री चहेती पाटोदी ने मंगलाचरण किया तत्पश्चात अतिथियों द्वारा भगवान महावीर स्वामी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया गया। अतिथि स्वागत संस्थान की ओर से श्रीमती कीर्ति पाटोदी, स्वप्निल जैन, जयंत डोसी, राजेश शाह द्वारा किया गया। स्वागत उद्बोधन ओम पाटोदी ने एवं आभार व्यक्त स्वप्निल जैन ने किया इस अवसर पर श्री  प्रवीण श्रीवास्तव प्रवर अधीक्षक डाकघर इंदौर, सहायक निदेशक इंदौर परिक्षैत्र, श्रीनिवास जी  जोशी वरिष्ठ पोस्टमास्टर इंदौर जीपीओ, समाज जन के साथ वरिष्ठ फिलाटेलिस्ट उमेश जी नीमा, जयंत जी डोसी, राजेश जी शाह, आलोक जी खादीवाला, सुरेश जी भागचंदानी तथा गणमान्य नागरिक एवं डाक विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारीगण मौजूद थे।

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