संपूर्ण भारतवर्ष की जैन समाज में गहरा शोक जन-जन के हृदय में वास करने वाले वर्तमान के वर्धमान, धरती के भगवान आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने आज अंतिम विदाई ले ली उनके इस समाचार को सुनकर संपूर्ण भारतवर्ष की जैन समाज स्तब्ध रह गई। मन में एक ऐसी रिक्तता व्याप्त हो गई जिसकी पूर्ति कर पाना असंभव दिखाई देता है।
संपूर्ण भारतवर्ष की जैन समाज को आज अंतिम विदाई तक अपने सभी प्रतिष्ठान,दुकान,ऑफिस आदि बंद रखकर पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धांजलि देनी चाहिए।
जैनत्व, जैन धर्म, जैन दर्शन और जैन समाज के लिए सब कुछ सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले पूज्य श्री आचार्य विद्यासागर महाराज को अश्रुपूरित नेत्रों से हम सब विदाई दे रहे हैं किंतु जैन दर्शन में कहा गया है की मृत्यु तो महोत्सव है और उस महोत्सव का आह्वान करना चाहिए और वही आचार्य विद्यासागर महाराज ने किया। ॐ शांति शांति शांति।
संजय जैन बड़जात्या कामां
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