मुनिश्री के सान्निध्य में सिद्धचक्र विधान का भव्य आयोजन
सम्मेदशिखर। परम पूज्य श्रमणाचार्य 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के सुयोग शिष्य मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज ससंघ की भव्य अगवानी सिद्धक्षेत्र शिखर जी मधुवन में की गई जहाँ गुरु भाई सुयशसागर से मिलन हुआ।
श्रीजी की निकली भव्य शोभायात्रा 40 वर्ष बाद तेरापंथी कोठी ट्रस्ट कमेटी मधुवन द्वारा निकाली गयी शोभा यात्रा पाण्डुक शिला पर पहुँची जहाँ आचार्य, उपाध्याय साधु, आर्यिका संघ के सानिध्य में श्री पार्श्वनाथ भगवान का अभिषेक सम्पन्न हुआ। प.पू. मुनिश्री सुप्रभसागरजी ने किया शान्ति- धारा का मंत्रोच्चार किया।
मुनि श्री निग्रंथ दीक्षा के उपरांत पहली बार पहुंचे हैं सिद्धक्षेत्र पर सिद्धों की बंदना के लिए।
– होली के रंग मुनिश्री के संग का भाव लेकर पहुँच रहे हैं देशभर के गुरु भक्त।
30 मार्च से 07 अप्रैल 2024 तक प.पू. मुनि श्री सुप्रभ सागर जी, मुनि श्री प्रणत सागर जी के सानिध्य में श्री आदिनाथ दिगंबर जैन कांच मंदिर मधुवन (शिखरजी) में सम्पन्न होने जा रहा है श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान।
31 मार्च को श्रमणाचार्य श्री विशुद्धसागरजी का 18 वा आचार्य पदारोहण दिवस मनाया जाएगा।
-डॉ सुनील जैन संचय, ललितपुर, निर्देशक उत्कर्ष समूह