समाधिस्थ संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के गुणानुवाद हेतु अंतर्राष्ट्रीय सामूहिक विनयांजलि सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा दी गई।

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भीलवाड़ा,25फरवरी- नगर परिषद स्थित सभागार टाउन हॉल में 25 फरवरी को दोपहर 1:00 बजे सेवा ग्रुप भीलवाड़ा के सौजन्य से सकल दिगंबर जैन समाज का समतापूर्वक सल्लेखना द्वारा समाधिस्थ संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय सामूहिक विनया॔जलि सभा आयोजित की गई। जिसमें हजारों की संख्या में सभागार जनसमुदाय से खचा-खच भरा हुआ था। विनया॔जलि कार्यक्रम के साक्षी बने।
     प्रारंभ में  सुभाष बहेडिया  सांसद, अशोक कोठारी विधायक, लक्ष्मीनारायण डाड, राकेश पाठक सभापति नगरपरिषद, प्रशांत मेवाड़ा एवं सेवा ग्रुप के सदस्यों ने दीप प्रज्वलन किया। पंकज जैन ने सुरीली आवाज में आचार्य श्री का गुणानुवाद गीतों द्वारा किया। शालू जैन ने आचार्यश्री के जीवन पर आधारित सुंदर काव्य पाठ किया।
इस उपरांत जयकुमार पाटनी ने सभा का संचालन करते हुए आचार्यश्री के जीवन यात्रा पर आधारित तप- साधना के द्वारा मोक्ष मार्ग की ओर जाने का संदेश बताया। सुनील सेठी ने आचार्यश्री को पूरे ब्रह्मांड का राष्ट्र संत बताया। अरविंद अजमेरा ने कहां की आचार्यश्री ने समाज सुधार के साथ आध्यात्मिक की नई राह दिखाई। लक्ष्मीकांत जैन ने कहा कि देश के समस्त जैन समाज का चंद्र चला गया। श्रमण संस्कृति, श्री कुंदकुंदाचार्य देव की प्रतिमूर्ति थी। प्रवीण चौधरी ने कहा कि सारे विश्व में विद्यासागर महाराज को सर्वश्रेष्ठ संत स्वीकार किया। पंचम काल में ऐसे उत्कृष्ट चर्याओ को हम- सबको देखने को मिला। लोकेश अजमेरा ने कहा कि आचार्यश्री की उत्तम सल्लेखनापूर्वक  समाधि हुई, उसका कोई प्रचार नहीं किया गया। ऐसी समाधि इतिहास में कहां भी उल्लेख नहीं है। सुरेंद्र छाबड़ा ने विद्यासागर जी महाराज को एक अवतार बताया। उनके नाम से विद्यासागर रोगी वाहन चालू करने की घोषणा की। विजय पापड़ीवाल, सोहनलाल गंगवाल ने कहा कि अहिंसा का देश भर में डंका बजाया है व सभी का कल्याण किया है। सुकमाल चौधरी ने कहा कि आचार्यश्री की उत्तम समाधि से संपूर्ण देश अनाथ हो गया। विवेक बाकलीवाल‌ व सुशील शाह ने कहा कि आचार्य श्री जिंदगी भर हमारे आस्था में रहेंगे। सुभाष बहेडिया सांसद ने कहा कि आचार्यश्री जन-जन को त्याग का मार्ग बताया। अशोक कोठारी विधायक ने कहा कि उन्होंने प्राणी मात्र के कल्याण का मार्ग बताया। उनकी प्रेरणा को अपने जीवन में ले। लक्ष्मीनारायण डाड ने कहा कि जैसा उनका नाम है वैसा ही उनके गुण हैं, ज्ञान के सागर। सभी विकारों पर विजय पाकर अरिहंत के समान हुए। पंकज जैन ने श्री विद्यासागर जी महाराज के गुणानुवाद से भक्ति भरा गीत की सुंदर प्रस्तुति दी जिसे दर्शकों ने सुनकर भाव विभोर हुए। इस अवसर पर ऋषभ निवयुवक मंडल चंद्रशेखर आजाद नगर ने आचार्यश्री विद्यासागर जैन संस्कार पाठशाला चालू करने हेतु पोस्टर का विमोचन किया गया।  पुष्प शाह,राजेंद्र जैन, नवीन जैन, पवन जैन, श्री सेठिया, अरिहंत कॉलोनी, बिलिया कॉलोनी के सदस्यों ने अपने उदगार प्रकट किए। समापन पर जनसमुदाय खड़े होकर नौ बार णमोकार मंत्र का पाठ कर आचार्य श्री को नमोस्तु- नमोस्तु किया।
 सभा का संचालन जयकुमार पाटनी ने किया।
रात्रि 7:30 बजे श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट आरके कॉलोनी के तत्वाधान में श्री विद्यासागर सर्किल पथिक नगर कीर्ति स्तंभ स्थल पर सामूहिक रूप से ग्रुप से दीप प्रज्वलन कर आचार्य श्री विद्यासागर महाराज गुरुदेव की 1008 दीपों से महाआरती की गई। इस मनोहारी दृश्य को देखकर सभी श्रद्धालु गण आनंदित हुए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में धर्मालुगण उपस्थित थे।
प्रकाशनार्थ हेतु।
प्रकाश पाटनी
भीलवाड़ा

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