सच्चा गुरू ही हमें सच्चे मार्ग पर ले जा सकता है -108 उपाध्याय वृषभानंद जी मुनिराज

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परम पूज्य उपाध्याय श्री वृषभानंद जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेष आज बुधवार को सांय 6ः30 बजे श्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र जैन नगर में हुआ
आज दिनांक 15 मई 2024 – परम पूज्य आचार्य श्री 108 वसुनंदी जी मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य श्री 108 उपाध्याय वृषभानन्द जी मुनिराज ससंघ का मंगल विहार श्री 1008 पार्ष्वनाथ दिगम्बर जैसवाल जैन मंदिर केसरगंज से श्री जिनशासन तीर्थक्षेत्र जैन नगर नाकामदार अजमेर में आज बुधवार को सायंकाल 6.30 बजे हुआ।
यह जानकारी देते हुए मंत्री विनित कुमार जैन ने बताया कि श्री 108 उपाध्याय वृषभानन्द जी मुनिराज संसघ सांय 6ः00 बजे केसरगंज जैन मंदिर से समाज बन्धुओ के साथ बच्चे, महिलाऐं धर्म ध्वजा लेकर जयघोष लगाते हुए श्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र के लिए निकले जहॉं सांय 6ः30 बजे मुनिराज संसघ का मंगल प्रवेष हुआ। मुनिराज संसघ के मंगल प्रवेष पर श्री जिनशासन तीर्थ क्षेत्र पर संपूर्ण कमेटी, मंदिर कमेटी केसरगंज, औषधालय कमेटी, धर्मशाला कमेटीा व सभी महिला मंडल अजमेर द्वारा मंगल कलश लेकर परम पूज्य उपाध्याय श्री वृषभानंद जी मुनिराज ससंघ की अगवानी की गई। महाराज श्री की आरती उतारी गयी व कमेटी के समस्त पदाधिकारियों के द्वारा पाद् पक्षालन किया गया।
मंगल विहार से पूर्व श्री 108 उपाध्यक्ष वृषभानन्द जी मुनिराज ने श्री 1008 पार्ष्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर केसरगंज में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरू की महिमा वरणी ना जाये गुरू नाम जपो मन वचन काये। सच्चे गुरू देव शास्त्र के प्रति श्रृद्धान रखना चाहिये। सच्चा गुरू ही हमें सच्चे मार्ग पर ले जा सकता है। उन्होने उदाहरण देते हुए बताया कि लोभी गुरू लालची चेला दोनो नरक में ठेलम ठेला। इसका अभिप्राय यह है कि यदि गुरू ही लोभी होगा, गुरू ही अज्ञानी होगा तो षिष्य को सही मार्ग कैसे ले जायेगा और षिष्य अपने सत्य के मार्ग से विचलित हो जायेगा और दोनो का ही भविष्य अंधकार में हो जायेगा। उन्होने आगे कहा कि केवल एक गुरु ही है जो ईश्वर को जानता है वह अपने षिष्य को सही ढंग से ईश्वर के बारे में शिक्षा दे सकता है। व्यक्ति को अपनी दिव्यता को पुनः पाने के लिए एक ऐसा ही सद्गुरु की आवष्यकता होती है जो निष्ठापूर्वक गुरु का अनुसरण करता है वह उसके समान हो जाता है, क्योंकि गुरु अपने शिष्य को अपने ही स्तर तक उठने में सहायता करता है। सभा से पूर्व मंगलाचरण श्रीमती विमला देवी कोहले द्वारा किया गया।
इस दौरान मन्दिर कमेटी के अध्यक्ष पवन जैन बढारी, जिनषासन तीर्थ कमेटी के उपाध्यक्ष जयचन्द  जैन पांडेय, महामंत्री मनोज जैन कोलानायक, मंत्री लोकेष जैन ढिलवारी, अभय कुमार साहबजाज, अषोक जैन एडवोकेट, स्वदेष ढिलवारी, विनीत कुमार जैन साहबजाज, वीरेन्द्र जैन बढारी, नीरज जैन सुथनिया, मंत्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र विनीत जैन उन्नैरिया, राहुल जैन पंचगईया, धनेष दनगसिया, राजकुमार पॉण्डया, संजय साहबजाज, सुदीप कोहले, अमित चडौसिया, अनुप दनगसिया, आषीष कोठारी, नितिन जैन पॉण्डया, राजीव जैन निराला, अनिल निराला, हेमेन्द्र बढ़ारी, रूपेश जैन, निर्मल साहबजाज, संदीप जैन कोहले, रमेश जैन साहबजाज, ललित जैन पॉण्डया, कपिल जैन दनगसिया, अनिल जैन पॉण्डया, श्रेयांश जैन ढिलवारी, अमन जैन ढिलवारी, शान्तिलाल जैन पाण्ड्या सहित कई पदाधिकारी व समाजबन्धु मौजूद रहे।

भवदीय
(विनित कुमार जैन)
मंत्री
मो. 9414281335

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