’’सात वर्षों बाद उदयपुर बना मुनि दीक्षा का साक्षी, तीन नवदीक्षित मुनियों ने लिया वैराग्य मार्ग’’
05 अक्टूबर 2025 पुण्यभूमि उदयपुर एक बार फिर धर्म, संयम और वैराग्य की दुर्लभ साधना का केंद्र बन गई, जब रविवार को पूज्य 108 आचार्य कल्प श्री पुण्यसागर जी महाराज के ससंघ सान्निध्य में तीन दीक्षार्थियों को मुनि दीक्षा प्रदान की गई। यह ऐतिहासिक आयोजन विद्या निकेतन स्कूल प्रांगण में हुआ, जहां देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस आत्मिक क्षण के साक्षी बने।
’’शाही वेशभूषा से दिगंबर वेश में रूपांतरण’’
सजीव शाही वेशभूषा में मंच पर आसीन दीक्षार्थियों ने जैसे ही गुरु की आज्ञा पाकर अपने वस्त्र त्याग कर दिगंबर वेश धारण किया, पूरा पंडाल “जय वीतराग”, “आचार्य श्री की जय” जैसे जयकारों से गूंज उठा। इस पावन क्षण ने श्रद्धालुओं के हृदय में नई आध्यात्मिक ऊर्जा और भावों की गंगा प्रवाहित कर दी।
’’मुनि दीक्षा और नामकरण’’
इस अवसर पर आचार्य श्री पुण्यसागर जी महाराज ने विधिपूर्वक सभी धार्मिक क्रियाओं एवं 28 व्रतों के साथ दीक्षा प्रदान की। इसके बाद तीनों नवदीक्षित मुनियों को नए नाम प्रदान किए गएः
’ ’’अरविंद कोटड़िया (फरीदाबाद)’’ ➤ ’मुनि 108 उज्ज्वल सागर’
’ ’’आदर्श कुमार जैन (मुंबई)’’ ➤ ’मुनि उपदेश सागर’
’ ’’देवीलाल चंपालाल भोरावत (उदयपुर)’’ ➤ ’मुनि उपशम सागर’
देवीलाल भोरावत का केशलोंच करने का सौभाग्य ’’जमनालाल जैन हपावत’’, अध्यक्ष श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा, को प्राप्त हुआ।
’’दीक्षा विधि, क्षमा याचना और समर्पण’’
पूरी दीक्षा प्रक्रिया का संचालन ’’सूरी प्रतिष्ठाचार्य पंडित हंसमुख जैन (धरियावद)’’ और ’’बाल ब्रह्मचारिणी वीणा दीदी बिगुल’’ के निर्देशन में संपन्न हुई। दीक्षा कुंभ की स्थापना ’’नरेंद्र एवं बबीता जैन (कोलकाता)’’ ने की। दीक्षार्थियों ने गुरु चरणों में समर्पित होते हुए परिवार एवं समाज से क्षमा याचना की और संयम जीवन की ओर पहला कदम बढ़ाया।
’’श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, आशीर्वाद पाने की होड़’’
जैसे ही दीक्षा संपन्न हुई, श्रद्धालुओं में नवदीक्षित मुनियों से आशीर्वाद लेने की होड़ मच गई। विशाल पंडाल भी भीड़ के सामने छोटा पड़ गया। यह दृश्य वीतराग की भावना से ओतप्रोत था।
’’सम्मान समारोहः राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित निलाक्षी जैन का मंच पर अभिनंदन’’
इस अवसर पर ’’उदयपुर की बेटी और नागदा समाज की गौरव’’ निलाक्षी जैन को ’’राष्ट्रपति द्वारा प्राप्त राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’’ के लिए मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। उन्हें पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं और समाजजनों ने भी संभवनाथ कॉम्प्लेक्स में निलाक्षी का सार्वजनिक रूप से अभिनंदन किया।
’’गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति’’
दीक्षा महोत्सव में कई प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल थेः
विधायक ताराचंद जैन,ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, निवर्तमान उपमहापौर पारस सिंघवी, श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गजराज गंगवाल,श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा के अध्यक्ष जमनालाल जैन हपावत ,देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त जतिन गांधी, सहित अनेक गणमान्यजनों ने दीक्षा के पुण्य अवसर पर उपस्थिति दर्ज की और पुण्य लाभ अर्जित किया।
’’संचालन एवं समिति का आभार’’
कार्यक्रम का संचालन ’’राजेश देवड़ा’’ ने किया और ’’प्रचार-प्रसार मंत्री मुकेश पांड्या’’ ने समस्त जानकारी दी। अंत में ’’चातुर्मास समिति अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत’’, ’’झमकलाल अखावत’’, ’’सुंदरलाल लूणदिया’’, ’’निर्मल मालवी’’, ’’गौरव गनोडिया’’, एवं ’’पारस कुणावत’’ ने सभी अतिथियों एवं श्रद्धालुओं का हृदय से आभार व्यक्त किया।