दिगम्बर सन्तों की साधना बड़ी ही अद्धभुत,उनके श्री चरणों मे आकर मानसिक शांति का अहसास:- जवाहर सिंह बेढम
ऋषभदेव जन्मकल्याणक पर राजकीय अवकाश के ज्ञापन पर दिया शीघ्र पूर्णता का आश्वासन
दिगम्बर सन्तों की साधना बड़ी ही अद्धभुत,उनके श्री चरणों मे आकर मानसिक शांति का अहसास तो होता ही है साथ नूतन ऊर्जा का संचार भी होता है। यदि सन्त आपको आशीर्वाद देते हैं तो उनके कई दिवसों की तपस्या का फल आपके साथ होता है। राजस्थान सरकार सन्तों की साधना में हमेशा से ही सहयोगी रही और इनके ही प्रभाव से हम राजस्थान को विकास के नए कीर्तिमान की ओर ले जारहे हैं। उक्त उदगार जवाहर सिंह बेढम गृह राज्य मंत्री ने आचार्य वसुनंदी के समक्ष जुरहरा में चल रहे पंचकल्याणक के समापन अवसर पर व्यक्त किये।
इस अवसर पर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के पदाधिकारी धर्म प्रभावना समिति एवं जुरहरा जैन समाज के पदाधिकारीयों ने गृह राज्य मंत्री का स्वागत सम्मान भी किया तो उन्हें आशीष देते हुए आचार्य वसुनंदी महाराज ने कहा की पद प्राप्त करने के बाद मिलने वाले वैभव को संभालना बड़ा ही दुर्लभ व कठिन कार्य होता है। लेकिन जब राजनेताओं में गुरुओं के प्रति समर्पण की भावना होती है तो वह भली भांति उस वैभव को संभालते हुए राज्य की सुचारू व्यवस्थाएं संपन्न करते हैं। उन्होंने कहा की प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव के जन्म कल्याणक के अवसर पर जैन अनुयाई अनुकूलता के साथ इस आयोजन को मना सके उसके लिए राष्ट्रीय अवकाश घोषित होना चाहिए।
इस अवसर पर धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या, पुष्पेंद्र जैन सीकरी, पंचकल्याणक समिति के संयोजक महेंद्र जैन,अध्यक्ष जयंती प्रसाद जैन व अन्य पदाधिकारीयों के साथ एक ज्ञापन गृह राज्य मंत्री को प्रदान किया गया जिसमें उन्होंने प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव के जन्म कल्याण पर राजकीय अवकाश की मांग रखी तो जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि मैं जल्दी ही मुख्यमंत्री जी से मिलकर इस मांग को पूरा करने का प्रयास करूंगा। उन्हीने आश्वासन दिया कि भगवान ऋषभदेव जन्मकल्याणक पर राजस्थान में अतिशीघ्र अवकाश की मांग पूर्ण हो सकेगी।