मुरैना (मनोज जैन नायक ) श्रावण कृष्ण अमावस्या का दिन हरियाली अमावस्या के नाम से प्रसिद्ध है ।
क्योकि इस समय जिधर देखो हरयाली नजर आती है।
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुम चंद जैन ने बताया कि इस बार श्रवण अमावश्या 04 अगस्त रविवार को रविपुष्य योग में होने से विशेष महत्व की है।
इस दिन सुबह सबसे पहले स्नान करने के बाद पितरों के लिए तर्पण और दान करें।
रविवार के दिन जब रवि पुष्य नक्षत्र होता है, तो उस समय को रवि पुष्य नक्षत्र कहते हैं। पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रो का राजा कहा जाता है एवं अच्छी उपज, पोषण, ऐश्वर्य, सौभाग्य आदि के लिए उत्तम माना जाता है।
कहा जाता है कि इस योग में जो भी कार्य किए जाते हैं, उससे शुभ फलों की ही प्राप्ति होती है। अमावस्या के दिन आप सुबह 5:00 बजे से पूरे दिन पौधे लगा सकते हैं।
ओर दान आदि कर सकते हैं। इस से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है।
इस दिन किस राशि बाला कोनसा पौधा लगाए
जैन ने कहा हरियाली अमावस्या के दिन अपनी राशि के अनुसार पौधारोपण करना चाहिए।
मेष-मेष राशि वालों को आंमला, कुचला ,गूगल
वृष- राशि वालों को जामुन, खैर, गूगल
मिथुन -राशि वालों के लिए खैर, शीशम ,बांस
कर्क- राशि वालों के लिए पीपल,बांस, नागकेसर
सिंह- राशि वालों के लिए बरगद, पलाश
कन्या – बेल, जूही
तुला – अर्जुन ,नागकेसर वृश्चिक- नागकेसर, साल धनु – कटहल, साल
मकर- शमी, कटहल कुंभ- शमी, आम,कदम्ब मीन- नीम, आम, महुआ
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