राजस्थान जैन सभा के यशस्वी सुभाष चन्द जैन ” तीर्थ वन्दन शिरोमणि” की उपाधि से अलंकृत-
सन् 1991 से सन् 2025 तक 34 वर्षों की उल्लेखनीय सेवाऐं प्रदान कर धर्म प्रभावना बढाने के लिए किया सम्मानित
श्री दिगम्बर जैन पद यात्रा संघ जयपुर की कार्यकारिणी समिति ने किया सम्मानित
फागी संवाददाता
जयपुर – 16 नवम्बर – प्रसिद्ध समाजसेवी एवं श्री दिगम्बर जैन पद यात्रा संघ जयपुर के संरक्षक सुभाष चन्द जैन को पदयात्रा संघ की कार्यकारिणी समिति ने गत 34 वर्षो से लगातार तीर्थों की यात्राएं करवाने, तीर्थ वन्दनाऐं करवाने , पदयात्राओं का नेतृत्व करने, धार्मिक यात्राओं के आयोजन के माध्यम से धर्म प्रभावना करने के लिए ”तीर्थ वन्दन शिरोमणि ” की उपाधि से अलंकृत कर सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम में पदयात्रा संघ के प्रचार प्रभारी विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि इस दौरान भगवान पार्श्वनाथ के जयकारे गूंजते रहे।
इस मौके पर पदयात्रा संघ के निर्मल सोगानी, सुरेश ठोलिया, कुन्थी लाल रावकां, प्रकाश गंगवाल, सूर्य प्रकाश छाबड़ा, दूली चन्द चांदवाड, सलिल जैन, शैलेन्द्र शाह चीकू, मैना बाकलीवाल, अमर चन्द दीवान खोराबीसल, विनेश सोगानी, सुनील चौधरी, मनीष लुहाड़िया, राजेन्द्र जैन मोजमाबाद,राज कुमार बडजात्या, विनोद जैन कोटखावदा, जिनेन्द्र जैन, देवेन्द्र गिरधरवाल, सुशील कुमार जैन,भाग चन्द गोधा, श्रीमहावीर जी पदयात्रा के संयोजक सोभाग मल जैन सहित जयपुर से श्री महावीर जी पदयात्रा के पूर्व संयोजक वैध अशोक गोधा, सुमन गोधा, विजय लुहाड़िया,श्रीमति देवी पाण्डया, शकुन्तला पाण्डया, दीपिका जैन कोटखावदा,सुगंध विजयवर्गीय, आदित्य पहाडियाँ, ध्रुव बडजात्या, आनन्द पाण्डया, अक्षय पाण्डया सहित बडी संख्या में गणमान्य श्रेष्ठी, श्रद्धालुगण उपस्थित रहे,पदयात्रा संघ के प्रचार प्रभारी विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि सुभाष चन्द जैन श्री दिगम्बर जैन पद यात्रा संघ जयपुर से 1991 से जुड़े थे,तभी से नंगे पैर जयपुर से श्री महावीर जी की पदयात्रा शुरु की, श्री महावीर जी में एक किलोमीटर पहले से ही कनक दण्डवत लगाकर मुख्य मंदिर में भगवान महावीर के दर्शन किए, सुभाष चन्द जैन की उल्लेखनीय भूमिका के मध्य नजर पदयात्रा संघ के संस्थापक संरक्षक स्व. ज्ञान प्रकाश बख्शी ने कार्यकारिणी समिति की सहमति से सन् 1995 में जयपुर से श्री महावीर जी की 10 वीं पदयात्रा का संयोजक बनाया,श्री जैन गत 34 वर्षो से लगातार जयपुर से श्री महावीर जी की पदयात्रा कर रहे हैं। इसके साथ सन् 2000 में जयपुर से शाश्वत तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर जी (झारखंड ) की 1300 किलोमीटर की ऐतिहासिक पद वन्दना का संयोजक के रुप में सुभाष चन्द जैन ने नेतृत्व किया। पद वन्दना में देश के प्रसिद्ध वैधराज स्व. सुशील कुमार जैन ‘पापा साहब’ का सानिध्य प्राप्त हुआ था,पद वन्दना 30 सितम्बर, 2000 को जयपुर से रवाना होकर श्री महावीर जी, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, बनारस होते हुए 45 दिन पश्चात 13 नवम्बर, 2000 को जैन धर्म के सर्वोच्च तीर्थ क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी पहुची थी। पदयात्रा दल में 105 जैन बन्धु शामिल हुए थे, सन् 2003 में जयपुर से कुण्डलपुर (बडे बाबा)(मध्य प्रदेश) की 800 कि. मी. की पद वन्दनाका नेतृत्व भी सुभाष चन्द जैन ने किया। इस पदयात्रा में 125 यात्री शामिल हुए।
संयोजक के रुप में सुभाष चन्द जैन के नेतृत्व में सन् 2006 में जयपुर से बैंगलोर रेल द्वारा तथा बैंगलोर से 444 पदयात्रियों के साथ श्रवणबेलगोला बाहुबली (कर्नाटक) की 140 कि. मी. की पदवन्दना की गई,इसी तरह सन् 2018 में पद यात्रा संघ के संरक्षक के रुप में जयपुर से बैंगलोर हवाई जहाज द्वारा तथा बैंगलोर से 151पदयात्रियों के साथ श्रवणबेलगोला बाहुबली की 140 कि. मी. की पदयात्रा सफलतापूर्वक संपन्न की गई। संघ के तत्वावधान में सुभाष चन्द जैन के नेतृत्व में पदयात्राओं के साथ-साथ धार्मिक यात्राओं का आयोजन, धार्मिक गतिविधियों के साथ समाज एवं मानव सेवा के कार्य भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में कुण्डलपुर (मध्य प्रदेश) में सन् 2008 में एक विशाल औषधालय का निर्माण करवाने के लिए संत शिरोमणि आचार्य विद्या सागर मुनिराज ससंघ के सानिध्य में भूमि पूजन किया गया। सन् 2011 में जयपुर से स्पेशल ट्रेन के द्वारा 555 यात्रियों को दमोह कुण्डलपुर ले जाया गया वहां निर्मित औषधालय का वैधराज सुशील कुमार जैन द्वारा लोकार्पण किया गया। इस औषधालय में हजारों रोगियों का आयुर्वेद एवं प्राणोपचार पद्धति से उपचार किया जा चुका है। औषधालय में संघ की ओर से सैकड़ों मासिकचिकित्सा शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। इन सारे कार्यो में सुभाष चन्द जैन की उल्लेखनीय भूमिका रही। इस तरह से सन् 1991 से 2025 तक की उल्लेखनीय कार्यो एवं गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुए श्री दिगम्बर जैन पदयात्रा संघ जयपुर की कार्यकारिणी समिति ने सुभाष चन्द जैन को ” तीर्थ वन्दन शिरोमणि” की उपाधि से अलंकृत कर सम्मानित किया।
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान














