भगवान बाहुबली पर निर्मित वीर गोम्टेश फ़िल्म का हुआ प्रदर्शन*
कामां के शान्तिनाथ दिगम्बर जैन खंडेलवाल पंचायती दिवान मन्दिर में मन्दिर समिति व जैन समाज कामां के तत्वावधान में बुधवार सांय प्रथम गणिनी आर्यिका रत्न कामां गौरव विजयमती माताजी की 19 वीं पुण्यतिथि पर विनियांजली सभा का आयोजन किया गया।
सभा का प्रारम्भ मां विजयमती माताजी के चित्र के समक्ष जैन समाज के अध्यक्ष अनिल जैन लहसरिया वअन्य पदाधिकारीयों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मन्दिर समिति के महामंत्री संजय जैन बड़जात्या ने कहा कि हम सब गौरवशाली हैं की हमे विजयमती माताजी की जन्मस्थली कामां में जन्म लेने का सौभाग्य मिला,विजयमती माताजी का जन्म कामां के सन्तोषीलाल व चिरोंजी देवी बड़जात्या के आंगन में हुआ जिन्होंने सम्पूर्ण भारतवर्ष में जैनत्व की पताका लहराई। धर्म जागृति संस्थान के अध्यक्ष संजय सर्राफ ने कहा कि विजयमती माताजी बड़ी ही विदुषी व ज्ञानवान थी, उन्होंने 300 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया और अनेकों दीक्षाएं व समाधि कराई।
इस अवसर पर आचार्य वसुनंदी महाराज द्वारा लिखित अशोक रोहणी चरित्र ग्रन्थ पर आधारित प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन महिला मंडल व युवा परिषद के पदाधिकारियों ने किया।
*वीर गोम्टेश फ़िल्म का हुआ प्रदर्शन* इस अवसर पर कर्नाटक के श्रवणबेलगोल स्थित भगवान बाहुबली पर आधारित एवं जैन धर्म के प्रमुख सिद्धांत समाधि मरण ,संलेखना व संथारा को विवेचित करते हुए फ़िल्म प्रदर्शित की गयी जिसकी सभी ने सरहाना की। फ़िल्म में जैनत्व के सिद्धान्तों से युवाओं को जोड़ने का अथक प्रयास निर्माता निर्देशक द्वारा किया गया है। इस अवसर पर स्वयं निर्माता निर्देशक शशांक जैन पुत्र शैलेन्द्र जैन इंदौर का कामवन में आगमन हुआ तो जैन समाज के पदाधिकारियों अनिल जैन,आकाश जैन सर्राफ,राजेन्द्र जैन,संजय बड़जात्या, प्रदीप बड़जात्या, संजय सर्राफ,सुनील जैन,मुकेश जैन आदि द्वारा सम्मान कर उनके अनुभवों को जाना गया। इस अवसर पर जैन समाज कामां के स्त्री पुरूष व बच्चे उपस्थित रहे।