प्रसिद्ध समाजसेवी श्री लालचंद जी जैन बिन्दायका बगरू (जयपुर)निवासी ने अपने जीवन काल में अपने परिवार को अच्छे संस्कार देकर आगे बढ़ाया
फागी संवाददाता
प्रसिद्ध समाजसेवी परम श्रद्धेय स्वर्गीय श्री लालचंद जी जैन बिन्दायका बगरू (जयपुर) निवासी ने अपने जीवन काल में अनेक धार्मिक कार्य करते हुए अपने परिवार को उच्च शिखर पर पहुंचाया, जानकारी पर ज्ञात हुआ कि श्री लालचंद जी बिन्दायका का जन्म जयपुर के पास बगरू (जयपुर) कस्बे में स्वर्गीय श्री नाथू लाल जी बिंदायका के यहां सन 1933 में हुआ, आप दो भाईयों में बडे भाई थे , आपका विवाह बोराज के पास गुड्डा बेरसल में श्री भंवर लाल जी_ फूलचंद जी लुहड़िया के यहां उनकी सुपुत्री मोहिनी देवी के साथ हर्षोउल्लास पूर्वक हुआ था, श्री लालचंदजी बगरू में ही सातवीं क्लास पास करते हुए अध्यापक बन गए थे, उसके बाद उन्होंने निरंतर पढ़ाई करते हुए पढ़ाई की एवं परिवार की पूरी जिम्मेदारी निभाई, उनके तीन पुत्र एवं तीन पुत्रियां थी, आपके बड़े पुत्र सुरेश जैन वर्तमान में अपने पुत्र के साथ सूरत में कपड़े के व्यापार में सहभागिता निभाते हुए अच्छा व्यापार कर रहे हैं, इनके मंजले बेटे जयकुमार जैन जो विगत 25 वर्षों से दुर्गापुरा( जयपुर) में रहते हुए मंदिर कमेटी में 25 वर्षों से धर्म चर्या में अग्रणी रहते हुए,विभिन्न पदों पर रहते हुए अपनी योग्य सेवाएं देते आ रहे हैं, इनके छोटे बेटे श्री निर्मल बिन्दायका कोलकाता में निवास कर रहे हैं जो धर्मचर्या में अग्रणी रहते हुए, विभिन्न धार्मिक पदों पर रहते हुए, परिवार का एवं समाज का नाम पूरे देश में रोशन कर रहे हैं, आपको कोलकाता में भामाशाह के नाम से भी जाना जाता है, आप विभिन्न मुनि -आर्यिकाओं के संघों के साथ रहकर उनकी सेवाओं में सराहनीय कार्य कर रहे हैं, जानकारी पर ज्ञात हुआ कि अभी हाल ही में आचार्य प्रमुख सागरजी महाराज ने उनके निवास पर नौ मंजिल सिढियां चढ़कर सारे परिवार जनों को मंगलमय आशीर्वाद दिया, तथा वहां पर सभी आगंतुक समाज बंधुओ को मंगलमय आशीर्वचन देकर धर्म की प्रभावना बढाई, वहां श्री लालचंद जी बिन्दायका स्वस्थ रहते हुए धर्म चर्या में अग्रणी रहते थे, 23 सितंबर 2021 को श्री निर्मल जी के निवास पर सभी परिवार जनों ने उनका जन्म हर्षोल्लास पूर्वक मनाया, उक्त खुशी में बिन्दायका परिवार ने कोलकाता के एक नामी अस्पताल में उनके जन्मदिन के उपलक्ष पर अथाह दान राशि देकर अक्षय पुण्य अर्जित किया, 27 सितंबर 2021 को पूरे परिवार के बीच हंसते बोलते हुए 10:00 उनका अचानक देहावसान हो गया जो परिवार के लिए दुखद् घटना घटी, बिन्दायका परिवार ने उनके पार्थिव शरीर को गंगा घाट पर ले जाकर सभी समाज जनों के बीच दाह संस्कार किया, कार्यक्रम में समाज की सभी संस्थाओं सहित सारे समाज ने,सारे परिवार जनों ने अश्रुपूरित नम आंखों से उनको अंतिम विदाई देकर भगवान के श्री चरणों में स्थान देने की कामना करते हुए मोक्ष एवं शांति की कामना की।
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान












