दाहोद।। परम पूज्य प्राकृताचार्यश्री 108 सुनीलसागर जी महाराज की पावन प्रेरणा एवं आशीर्वाद से संस्थापित प्राकृत भाषा विकास फाऊंडेशन की नव निर्वाचित समिति का गठन गुजरात प्रांत के दाहोद नगर में संपन्न किया गया। जैन दर्शन धर्म, प्राकृत सहित प्राच्यभाषाओं के विज्ञ, पुरातत्व एवं संस्कृति के वरिष्ठ मनीषी विद्वान् डॉ. ऋषभचन्द जैन फौजदार डीन कला एवं मानविकी संकाय, एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह म.प्र. को सर्वसम्मति से फाउण्डेशन के अध्यक्ष मनोनीत किया गया। दाहोद नगर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्राकृत विद्वत् सम्मेलन के पावन अवसर पर भारतीय संस्कृति एवं धर्म ग्रंथो की मूल भाषा प्राकृत भाषा के उत्थान एवं उन्नयन हेतु संगठित रूप से कार्य करने के उद्देश्य को लेकर उपरोक्त संस्था का निर्माण किया गया। सम्मेलन में समागत विद्वानों में से लगभग 100 विद्वानों ने संस्था की सदस्यता ग्रहण की। नवनिर्वाचित अध्यक्ष के द्वारा संस्था की गतिविधियों को सुचारू संपादित करने हेतु पदाधिकारी का मनोनयन किया गया।
संस्था के उपाध्यक्ष के रूप में प्राकृत भाषा के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत विद्वान् डॉ. संगीता मेहता इंदौर, डॉ.धर्मेन्द्र जैन जयपुर, डॉ. महावीर जैन सोलापुर, डॉ. ज्योतिबाबू जैन इंदौर का मनोनयन उपाध्यक्ष पद हेतु किया गया। संस्था के महामंत्री के पद हेतु जैन दर्शन एवं प्राकृत भाषा के उत्कृष्ट युवा विद्वान डॉ. आशीष जैन आचार्य सागर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त का मनोनयन किया गया। फाउंडेशन के संयुक्त मंत्री के रूप में डॉ. आशीष जैन शास्त्री बम्हौरी, सहायक प्राध्यापक एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह, कोषाध्यक्ष के रूप में विद्वत्श्री अरुण शास्त्री जबलपुर उप मंत्री के रूप में विद्वत्श्री सुनील सुधाकर शास्त्री द्रोणगिरी, प्रकाशन मंत्री के रूप में डॉ. शैलेश जैन शास्त्री बांसवाड़ा, सांस्कृतिक मंत्री डॉ. राजेश शास्त्री ललितपुर को मनोनीत किया गया।
संपूर्ण भारत देश से प्रतिनिधियों के रूप में कार्यकारी सदस्यों में भी विद्वत्श्री डॉ. राजेंद्र जैन पाटिल, श्रवणबेलगोला, डॉ. रमेश शिरहट्टी मैसूर , डॉ. बाहुबली जी जैन इंदौर , डॉ. कोमल जैन कानपुर, पं. सुमित जी कानपुर, डॉ. आशीष जैन शिक्षाचार्य दमोह, डॉ. (ब्र.) अनिल जैन जयपुर, पं. राजकुमार जैन शास्त्री दाहोद, श्री अनुपमा जी मुंबई, डॉ. मनीषा जैन लाडनू , श्री सरोज जी शाह इंदौर को मनोनीत किया गया। कार्यकारिणी गठन के उपरांत सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारी को प्रोफेसर धर्मचंद जैन कुरुक्षेत्र के द्वारा पद एवं गोपनीयता की शपथ प्रदान की गई। इस अवसर पर फाउंडेशन की प्रथम कार्यकारिणी की बैठक भी संपन्न की गई जिसमें प्राकृत भाषा के विकास एवं उन्नयन हेतु विभिन्न कार्य योजनाओं पर विमर्श किया गया। कार्यकारिणी की बैठक में प्राकृत भाषा से संबंधित प्रतियोगिताओं का आयोजन, साहित्य प्रकाशन, प्राकृत भाषा के क्षेत्र में कार्य करने वाले विद्वानों को पुरस्कृत करने से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रस्ताव रखे गए और उन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया।
– डॉ. आशीष जैन आचार्य शाहगढ़
महामंत्री
प्राकृत भाषा विकास फाउण्डेशन