प्राचीन जैन तीर्थक्षेत्रों का संवर्धन और जीर्णोद्धार किया जाएगा – ललित गांधी

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*प्राचीन जैन तीर्थक्षेत्रों का संवर्धन और जीर्णोद्धार किया जाएगा – ललित गांधी*
नागपुर : प्राचीन जैन तीर्थक्षेत्रों का संवर्धन और जीर्णोद्धार किया जाएगा यह बात महाराष्ट्र शासन के जैन अल्पसंख्यांक विकास आर्थिक महामंडल के अध्यक्ष ललित गांधी ने नागपुर में गुरुवार को जैन समाज के नागरिकों से आशीर्वाद भवन लाडपुरा इतवारी में स्थित नितिन नखाते के निवासस्थान में संवाद साधा।
            अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री नितिन नखाते ने ललित गांधी का शाल, श्रीफल और धर्म दुपट्टा देकर सम्मान किया। वैशाली नखाते ने तिलक लगाकर स्वागत किया।  अपने व्यस्त दौरे में सदिच्छा भेट देकर आगे कहा प्राचीन जैन ग्रंथ हैं लेकिन उसके लिए निधि नहीं मिलने से उसका जतन नहीं किया जा सकता था। अब यह काम शासन के द्वारा किया जाएगा। जैन समाज का मूलभूत तत्व अहिंसा हैं। अल्पसंख्यांक होने के बाद भी अन्य संस्था के काम करने के बाद अस्वस्थ रहना पड़ता था इसी कारण जैन समाज में शासन योजनाओं की उदासीनता थी। तीर्थक्षेत्रों का जीर्णोद्धार, युवकों को उद्योग के लिए कर्ज और समाज के नागरिकों के लिए स्वयं के घर के लिए बिना ब्याज का कर्ज देनेवाला पहला महामंडल हैं। धार्मिक शिक्षण देनेवाली पाठशाला समाज में हैं, वहां प्राकृत भाषा का शिक्षण दिया जाता हैं। केंद्र सरकार ने अभिजात भाषा का दर्जा दिया हैं। इन पाठशालाओं का अनुदान दिया जाएगा। जैन समाज में धार्मिक, सामाजिक, सुरक्षा, शैक्षणिक, आर्थिक सक्षमीकरण करने के लिए महामंडल शासन ने तैयार किया हैं। इस महामंडल द्वारा समाज में शासन के योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और इसका जनजागरण किया जाएगा।
             संवाद कार्यक्रम में आनंदराव नखाते, चंद्रकांत वेखंडे, दिलीप राखे, प्रशांत भुसारी, राजेंद्र नखाते, सुनील फरसुले, मनुकांत गडेकर, बाहुबली पलसापुरे, मुकेश जैन, चंद्रकांत काटोलकर, दिलीप शिवनकर, श्रीकांत धोपाडे, अरविंद हनवंते,  मनोज गिल्लरकर, मनोज बंड, डॉ. नरेंद्र भुसारी, संतोष नखाते, अनुज नखाते, रांची नखाते, श्रद्धा नखाते आदि उपस्थित थे।

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