युगद्रष्टक, ब्रहम्माण्ड के देवता प्राणदाता , राष्ट्रहित चिंतक, पंचमकाल के तीर्थंकर संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज की अंतराष्ट्रीय विनयांजलि सभा जैन टेम्पल फीनिक्स एरिज़ोना अमेरिका में सर्वप्रथम फोटो अनावरण , दीप प्रज्वलन , पूजा विधान के साथ सभा का आयोजन इंजीनियर अरविन्द बोबरा ने किया , और आचार्य श्री जीवन काल प्रकाश डाला ,
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि भारतवर्षीय जैन महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुमत लल्ला जैन नागपुर ने महासभा की ओर से अपने विनयांजलि में कहा आचार्य श्री का जन्म १० अक्टुम्बर १९४६ शरद पूर्णिमा की रात्रि हुआ , बड़ा आश्चर्य होता है वर्तमान समय का ऐसा परिवार माता, पिता, भाई, बहन , सभी आचार्य श्री की प्रेरणा लेकर दिगंबर पथ के अनुयायी हुए , इस युग के प्रवर्तक आचार्य श्री ने १२० मुनिदीक्षा १७२ आर्यकादिक्षा सहित कुल ४४३ दीक्षा प्रदान की सैकड़ो बाल ब्रहम्चारी भैया , दीदी , प्रतीक्षा में है लाखो श्रावको ने अनेक प्रतिमा ( नियम ) धारण कर त्यागमार्ग को स्वीकार किया , इतना ही नहीं शिक्षा , ज्ञानोदय विद्यापीठ प्रतिभा स्थलीय , गौ शाला मुख प्राणी, हाथ करघा उद्योग , आर्युवेदिक अनुसन्धान ( चिकित्सा ) को प्रोत्साहित कर अहिंसा से आजीविका को जोड़ा आज अहिंसा का संख नाथ हाथ करघा उद्योग से कर भारतवर्ष को नयी दिशा प्रदान की है , आदि अनेक उपक्रम में भारत देश की प्रगति में कार्य किया एवं उनके चरणों में विनयांजलि अर्पित की , महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी एवं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे अनेक गणमान्य राजनेता आचार्य श्री के चरणों में पहुंचकर आशीर्वाद लेकर राष्ट्र के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करते थे , आचार्य श्री जैन ही नहीं जन जन के थे कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सैकड़ो डाक्टर इंजीनियर उपस्तिथ थे , एवं दिलीप शाह , अशोक जैन, विनय जैन डॉ. दिलीप बोबरा , इंजीनियर सौरभ लल्ला ,आरती जैन r, सोनम जैन श्रद्धा जैन , मिली जैन, रूचि जैन, नैना बेहेन , आदि महिला पुरुष उपस्तिथ थे I
Shekhar Chand Patni
National Reporter, Jain Gazette
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