प. पू. महान आचार्य श्री विनिश्चय सामर जी महाराज के सान्निध्य में महावीर गंज के विशाल परिसर के मध्य चल रहे भगवान के पञ्चकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में आज तीसरे दिन भगवान आदिनाथ के जन्मकल्याणक का महा उत्सव स्वर्ग के देवों और पृथ्वीतल के मनुष्यै द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया । इस अवसर जन्मकल्याणक का विशाल जुलूस एवं शोभायात्रा नगर ने मुख्य मार्गो से होकर कार्यक्रम. “स्थल पर पहुंची। जहाँ सभी इन्द्र – इन्द्राणियों ने बालक आदिनाथ को जन्माभिषेक किया स्वयं को धन्य किया। जन्मकल्याणक के अवसर पू.पूज्य आचार्य श्री ने विराट धर्मसभा को संबोधित किया कि जन्म तो सभी लेते हैं, लेकिन वे पुरुष महान होते हैं जो अपने कर्म की उच्चता से लोक के कल्याण को महत्व देते हैं और समस्त एक मानव जाति के लिए करोड़ों वर्षों के लिए “कीर्तिमान स्थापित कर जाते हैं ऐसे महापुरूष भगवान आदिनाथ थे जो पहले तीर्थंकर थे। जिन्होंने इस कर्मभूमि के प्रारम्भ में आऊल’ व्याकुल मानवों को असि-मसि कृषि विद्या वाणिज्य शिल्प परकर्मो की शिक्षा समस्त समस्त सृष्टि में प्रसारित की। वही उन्हीं आदिम श्रीर्थकर आदिब्रह्मा भगवान आदिनाथ के जन्मकल्याणक को हम सभी आप यहाँ प्रतीक रूप में मना रहे हैं। वेद-पुराणों के देवता ऐसे भगवान आदिनाथ आज अयोध्या नगर में महाराजा नाभिराय के महल में माता मरुदेवी के गर्भ से जन्म लेकर लोक कल्याण करके स्वकल्यान हेतू , दारु