पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री108 वर्धमान सागर जी महाराज ससंघ से माहेश्वरी समाज ने किया चातुर्मास के लिए निवेदन

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पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री108 वर्धमान सागर जी महाराज ससंघ से माहेश्वरी समाज ने किया चातुर्मास के लिए निवेदन
जैन समाज का एक भी परिवार नहीं

काछोला भीलवाड़ा (राज)
धरती बिछोना है आसमान ओढ़ना है संयम तब त्याग साधना ही जिनका गहना है ऐसे परम वितरागी संतो के चरणों में सदैव रहना है। जी हा ऐसा ही अदभुत अलौकिक नजारा नजर आया
राजस्थान प्रांत भीलवाड़ा जिले के काछोला नगर में जहां पर एक भी जैन परिवार नहीं रहता है पर आचार्य श्री 108 वर्धमान सागर जी ससंघ की संयम साधना तप चर्या को देखकर वहा निवासरत माहेश्वरी समाज ने चातुर्मास करने का आत्मीय भाव भरा निवेदन किया ! जब ये नजारा वहां उपस्थित श्रद्धालुओ ने देखा तो गुरुवार के प्रति भक्ति समर्पण देख सबक़ी आंखे भर आई। ये अदभुत अविस्मरणीय अलौकिक दृश्य लोग भूल नहीं पाएंगे। राजेश जैन पंचोलिया इंदौर ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन “पार्श्वमणि” पत्रकार कोटा को जानकारी देते हुवे बताया कि
काछोला में माहेश्वरी परिवारों के 120 घर है सभी परिवार के सदस्यों ने एकत्रित होकर आचार्य श्री के सम्मुख निवेदन करते हुए कहा कि आचार्य श्री जी आप इस वर्ष काछोला में चातुर्मास कीजिए हम सभी 120 परिवार मिलकर एक नया इतिहास रचेंगे हम आपके श्री संघ के प्रति तन, मन और धन से पूर्ण समर्पित है। इस दौरान काछोला थाना प्रभारी, सरपंच सहित गांव के पंच उपस्थित थे। रोगी को डॉक्टर की जरूरत होती है आप तो बहुत बड़े हॉस्पिटल हैं प्रथमाचार्य श्री 108 शांति सागर जी महाराज की अक्षुण्ण मूल बाल ब्रह्मचारी पट्टपरंपरा के पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री108 वर्धमान सागर जी महाराज का 36 साधु सहित अतिशय क्षेत्र चवलेश्वर पार्श्वनाथ भव्य मंगल प्रवेश हुआ इस अवसर पर चवलेश्वर तीर्थ क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारीयो ने भव्य मंगल अगवानी की । प्रवेश द्वार पर आचार्य श्री के चरण प्रक्षालन किए गए। इस अवसर पर धर्म सभा में आचार्य श्री वर्धमान सागर जी ने वर्तमान श्रमण परम्परा के आदर्श श्री शांति सागर जी के हैं धर्म पर किए उपकारों को हमेशा स्मरण रखने की प्रेरणा दी।आचार्य श्री 108 वर्धमान सागर जी को आज अनेक नगरों की समाज ने चातुर्मास हेतु श्रीफल भेंट किया। किशनगढ़, टोंक ,निवाई ,पदम प्रभु ,टोडाराय सिंह, महुआ, काछोला, जहाजपुर ,पारसोला भीलवाड़ा तथा अन्य नगरों से वर्षायोग हेतु समाज ने श्रीफल भेंट किया । आचार्य श्री ने इस अवसर पर बताया कि संघ का टोंक नगर मे 55 वर्षों से वही टोडाराय सिंह में 25 वर्षों से वर्षायोग नहीं हुआ है, पदम प्रभु में पंचकल्याणक हेतु संघ का पदार्पण होगा।अभी चातुर्मास स्थल का निर्णय नहीं हुआ वर्ष 2025 का चातुर्मास (वर्षायोग ) की घोषणा संभवतः जहाजपुर में की जावेगी। इस अवसर मुनि श्री 108 हितेंद्र सागर जी ने प्रथमा चार्य श्री 108 शांति सागर जी का गुणानुवाद किया किस प्रकार जैन मंदिरों संस्कृति की रक्षा के लिए उन्होंने 1105 दिन अन्न आहार का त्याग किया था।
प्रस्तुति पारस जैन “पार्श्वमणि”पत्रकार कोटा
9414764980

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