पॉच दिवसीय श्री 1008 माज्जिनेन्द्र सहस्रनाम महाअर्चना एवं विश्व शांति महायज्ञ व भव्य रथयात्रा 01 जून से 5 जून तक जिनषासन तीर्थ क्षेत्र में

0
35

आज दिनांक 27 मई – मूलनायक 16 वें तीर्थंकर प्रभु श्री 1008 शांतिनाथ स्वामी के जन्म तप व मोक्ष कल्याणक के पावन अवसर पर श्री 1008 जिनसहस्रनाम महामंडल विधान महोत्सव दिनांक 01 जून शनिवार से 05 जून बुधवार तक एवं दिनांक 05 जून बुधवार को विश्व शांति महायज्ञ व भव्य रथयात्रा का आयोजन श्री जिनशासन तीर्थक्षेत्र नाकामदार अजमेर में परम पूज्य आचार्य श्री 108 वसुनंदीजी महाराज के सुयोग्य शिष्य परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 वृषभानंद जी मुनिराज, पूज्य मुनि श्री सदानंद जी मुनिराज एवं क्षुल्लक श्री पूर्णानंद जी महाराज के पावन सानिध्य में आयोजित किया जायेगा।
यह जानकारी देते हुए मंत्री विनीत कुमार जैन ने बताया कि आज श्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र जैन नगर में मंगलाचरण पवन जैन बढ़ारी अध्यक्ष मंदिर कमेटी केसरगंज एवं आचार्य विद्यानन्द जी एवं आचार्य वसुनन्दी जी मुनिराज के चित्र के समक्ष दीप प्रजज्वलन एवं चित्र अनावरण अभय जैन साहबजाज एवं पवन जैन बढ़ारी के द्वारा किया गया।
इसी क्रम में धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए उपाध्याय श्री 108 वृषभानन्द जी मुनिराज ने कहा कि हमारे अरिहंत भगवान वितरागी, सर्वज्ञ और हितोपदेशी है। जिनवाणी को पढ़कर, मनन, चिंतन कर मनुष्य कुल को सार्थक करने का प्रयत्न करना चाहिए। आस्था का चैनल रत्नत्रय धर्म है। देव शास्त्र गुरु सात तत्व, छह द्रव्य  के प्रति सच्चा श्रद्धान कर पाप कर्मों का क्षय कर हमारी कमियॉं और दोषो को दूर किया जा सकता है। हमारे सिद्ध क्षेत्र मंदिरों का संरक्षण जरूरी है। भगवान की स्तुति विनय पूर्वक व्याकरण का ध्यान कर शुद्ध बोलना चाहिए। श्रोता को सावधान रहकर जिनवाणी का श्रवण का मनन चिंतन करना चाहिए। भगवान की वाणी जिनवाणी कहलाती है। जिनवाणी में पूजन से भगवान के प्रति अनुराग और भक्ति प्रदर्शित की जाती है। अरिहंत भगवान ने केवल ज्ञान प्राप्त कर समवशरण में दिव्य देशना से तीन गति के जीवों को देशना दी है। भगवान की वाणी को सभी गति के जीव अपनी-अपनी भाषा में समझ लेते हैं। पशु भी भगवान की भक्ति पर श्रद्धा कर तीर्थंकर बन जाते हैं । आप मनुष्य भी सक्षम हो, शास्त्रों में चार प्रकार के पुरुषार्थ बताए गए हैं धर्म पुरुषार्थ, अर्थ पुरुषार्थ, काम पुरुषार्थ और मोक्ष पुरुषार्थ। उपाध्याय मुनिराज ने कहा कि आज धर्म दूर होता जा रहा है। उच्च लौकिक शिक्षा संस्कार के साथ धर्म की षिक्षा भी साथ में दी जानी चाहिये। जीवन को विकसित करने में धर्म का बहुत महत्व है।
यह जानकारी देते हुए मंत्री विनीत कुमार जैन ने बताया कि कार्यक्रम की श्रृखंला में दिनांक 01 जून शनिवार को प्रातः 5.45 बजे से जिन स्तुति, देव आज्ञा, गुरु आज्ञा, प्रातः 6.00 बजे से घट यात्रा (श्री जिनशासन तीर्थक्षेत्र से प्रारंभ), प्रातः 6.30 बजे से जिनाभिषेक, शांतिधारा, प्रातः 7.15 बजे ध्वजारोहण, प्रातः 7.30 बजे से आचार्य निमंत्रण, मण्डप शुद्धि, सकलीकरण, अंगन्यास, इन्द्र प्रतिष्ठा, मण्डप प्रतिष्ठा व अन्य मांगलिक क्रिया, प्रातः 8.15 बजे से नित्य नियम पूजन एवं मण्डल विधान पूजन प्रारंभ व श्री विमलनाथ भगवान का गर्भकल्याणक महोत्सव तथा प्रातः 9.00 बजे परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 वृषभानंदजी महाराज के मांगलिक उद्बोधन का आयोजन किया जायेगा। इसी क्रम में सायं 6.30 बजे परम पू. उपाध्याय श्री द्वारा गुरु भक्ति/ आनंद यात्रा, प्रश्न मंच, सायं 7.30 बजे संगीतमय महाआरती हाथी पर सवार होकर, रात्रि 8.00 बजे से आदरणीय बाल ब्र. श्री नमन भैयाजी के मांगलिक प्रवचन एवं रात्रि में रात्रि 8.30 बजे से धार्मिक/सांस्कृतिक कार्यक्रम श्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र जैन नगर नाका मदार में आयोजित किये जायेगे। दिनांक 02 जून रविार से 04 जून मंगलवार तक प्रातः 6.00 बजे से जिनाभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा एवं मण्डल विधान पूजन, प्रातः 9.00 बजे से परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 वृषभानंदजी महाराज के मांगलिक उद्बोधन, सायं 6.30 बजे से परम पू. उपाध्याय श्री द्वारा गुरु भक्ति/ आनंद यात्रा, प्रश्न मंच, सायं   7.30 बजे से संगीतमय महाआरती, रात्रि 8.00 बजे से आदरणीय बाल ब्र.श्री नमन भैयाजी के मांगलिक प्रवचन एवं रात्रि 8.30 बजे से धार्मिक/सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसवाल जैन समाज अजमेर के उत्कृष्ट महिला मंडलों द्वारा आयोजित किया जायेगा।
इसी क्रम में दिनांक 05 जून बुधवार को तीर्थंकर प्रभु श्री 1008 शांतिनाथ स्वामी जन्म तप व मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव प्रातः 6.00 बजे से जिनाभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा एवं मण्डल विधान पूजन एवं निर्वाण मोदक समर्पित, प्रातः 7ः30 बजे से विष्व शांति महायज्ञ, तत्पष्चात् प्रातः 08.15 बजे से श्री जिनेन्द्र भव्य शोभायात्रा, प्रातः 09.30 बजे परम पू. उपाध्याय श्री 108 वृषभानंदजी महाराज के मांगलिक उद्बोधन तत्पष्चात् भगवान के अभिषेक एवं प्रातः 10.15 बजे सम्मान समारोह तत्पष्चात्  सकल दिगम्बर जैन समाज अजमेर का वात्सल्य भोजन का आयोजन श्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र जैन नगर नाका मदार अजमेर में आयोजित किया जायेगा। तत्पष्चात् सांय 6.30 बजे से परम पू. उपाध्याय श्री द्वारा गुरु भक्ति/ आनंद यात्रा, प्रश्न मंच, सायं 7.30 बजे से संगीतमय महाआरती, रात्रि 8.00 बजे से आदरणीय बाल ब्र.श्री नमन भैयाजी के मांगलिक प्रवचन एवं रात्रि 8.30 बजे से धार्मिक/सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसवाल जैन समाज अजमेर के महिला मंडलों द्वारा आयोजित किया जायेगा।
भवदीय
(विनीत कुमार जैन)
मंत्री
मो. 9414281335

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here