आत्म विस्मृति है हमारे विनाश का कारण है, स्व के कारण ही है हमारी हस्ती जिंदा-जे. नंद कुमार
यमुनानगर, 5 मई (डा. आर. के. जैन):
पंचनद शोध संस्थान चंडीगढ़ द्वारा गीता ज्ञान संस्थान परिसर कुरुक्षेत्र में नेतृत्व विकास शिविर का आयोजन प्रख्यात लेखक, विचारक, कवि, शिक्षाविद व प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. नंद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जे. नंद कुमार ने कहा कि हम क्या थे, क्या है और भविष्य में क्या होंगे, यह स्व हिंदुत्व व भारत से संबंधित है। सर संघचालक मोहन भागवत के विचार साझा करते हुए उन्होंने बताया कि हमारी यात्रा स्वाधीनता से स्वतंत्रता तक है हम विचार करें कि क्या हमारा व्यापार, कृषि, शिक्षा व स्वास्थ्य हमारे स्व पर आधारित है। बुद्धि धर्मियों का सबसे बड़ा दायित्व है कि स्व, हिंदुत्व और भारत को समझें और औरों को समझाएं। इस कार्य को पंचनद शोध संस्थान बहुत ही जिम्मेदारी के साथ निभा रहा है। स्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि हर राष्ट्र का अपना चरित्र एवं विशेषता होती है, यही हमारा स्वत्व है। हमारे स्व के कारण ही हमारी हस्ती जिंदा है। आत्म विस्मृति विनाश का कारण है, स्व संबंधी ज्ञान नष्ट होना बहुत ही चिंता का विषय है। जो अपना स्व भूल गए वह देश नष्ट हो गए। पंचनद शोध संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. के. कुठियाला ने कहा कि समाज के मन का निर्माण करना, आम व्यक्ति क्या सोचे, क्या बोले, क्या करें इसका बोध कराना, व्यक्ति का राष्ट्र के हित में सोचना, समाज के आम लोगों में संवाद स्थापित करना पंचनद शोध संस्थान का महत्वपूर्ण कर्तव्य है। देश में क्या हो रहा है, और क्या होना चाहिए इसका चिंतन करना और इस चिंतन को समाज तक पहुंचाना और समाज में सत्य स्थापित करना हर कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है। उन्होंने पंचनद की संरचना के बारे में तथा पदाधिकारी के क्या कर्तव्य हैं, उनके बारे में भी अवगत कराया और कहा की नेतृत्व करने वाले व्यक्ति काम स्वयं करें लेकिन श्रेय कार्यकर्ता को दे, तभी नेतृत्व समाज के लोगों के दिलों में अपनी जगह बना सकता है। समापन सत्र में ज्ञानानंद जी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ इस अवसर पर पंचनद शोध संस्थान के निदेशक के. सी. पांडे, पंचनंद शोध संस्थान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. ऋषि गोयल, प्रज्ञा प्रवाह उत्तर क्षेत्र के अधिकारी चंद्रकांत, प्रांत सह कार्यवाह डा. प्रीतम सिंह तथा हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू कश्मीर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विद्वान, शिक्षाविद, प्रोफेसर, विश्वविद्यालय के कुलपति तथा डा. बिंदु शर्मा, रोहतास राणा व सुरेश पाल यमुनानगर अध्ययन केंद्र से उपस्थित रहे।
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कार्यक्रम में भाग लेते पदाधिकारी व सदस्य…………..(डा. आर. के. जैन)
स्थापना दिवस पर वृद्धा आश्रम जा कर की बुजुर्गों की सेवा
यमुनानगर, 5 मई (डा. आर. के. जैन):
भारतीय जैन मिलन की स्थापना दिवस पर महिला जैन मिलन पारस द्वारा सेवा कार्यक्रम का आयोजन आशियाना वर्धा आश्रम ने आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान वीरांगना नीलू जैन ने की तथा संचालन उपाध्यक्ष वीरांगना रजनी जैन ने किया। कार्यक्रम के दौरान शाखा पदाधिकारियों व सदस्यों ने बुजुर्ग के साथ मिल कर गिद्दे गाए, भजन गाए, अपने-अपने जीवन की कुछ अच्छी और बुरी यादें बताई, सब ने मिलकर नृत्य किया। शाखा द्वारा सभी बुजुर्गों के लिए नमकीन, बिस्किट, आटा, दाल, मिठाई, समोसे व फल आदि चीज भी वितरित किया गया। नीलू जैन ने बताया कि यह वृद्ध आश्रम सोनिया और दिनेश राजपाल झज्जर चौंक के पास बाबा फरीद ट्रस्ट के नाम से चला रहे हैं, जो कि बहुत ही पुनित कार्य है। उन्होंने बताया कि इस आश्रम में सभी बुजुर्गों का बहुत अच्छे ध्यान रखा जाता है और उनकी सेवा की जाती है। इस अवसर पर मंत्री मीनू जैन, बबिता जैन, अंजलि जैन, अनीता जैन, शिल्पी जैन, अंकिता जैन, योगिता जैन, नीरू जैन, सुमन जैन, त्रिशला जैन आदि महिला पदाधिकारी व सदस्यों ने सहयोग दिया।
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बुजुर्गों की सेवा करते पदाधिकारी व सदस्य…………..(डा. आर. के. जैन)