नैनवा में 48 दिवसीय निर्जला उपवास का महापारणा महोत्सव जैन मुनि सविज्ञसागर जी महाराज का सोमवार 7 अक्टूबर 2024 को होगा

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नैनवा 3 अक्टूबर गुरुवार 2024
अड़तालीस दिवसीय बाद बहुत पुण्यशाली परिवार को मिलेगा यह शुभ अवसर महापारणा कराने का
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी
काफी लंबे समय से धर्म नगरी नैनवा में आचार्य चतुर्थ पटाधीश सुनील सागर महाराज के परम पावन शिष्यों का वर्षा योग अपार धर्म प्रभावों से संपन्न हो रहा है
जिसमें जैन मुनि 108 संविज्ञ सागर जी महाराज द्वारा वर्षा योग स्थापना से ही आपके द्वारा तप साधना करके जैन धर्म की बहुत बड़ी तब साधना का आप द्वारा निर्वाह किया गया है
साइंस विज्ञान डॉक्टरों के अनुभव को भी जैन मुनि ने तब साधना से सिद्ध कर दिया की जैन तप में बहुत बड़ी ताकत है डॉक्टर का अनुभव भी लड़खड़ाया
जैन मुनि सभी के सागर महाराज द्वारा 20 अगस्त से बिना पानी बिना आहार निर्जला उपवास की कठोर तब साधना चल रही थी संपूर्ण भारतवर्ष से इस नगरी नैनवा में बहुत ही भक्तों का दर्शनार्थ निर्माण नगर में आए
इस महापर्णा महोत्सव 7 अक्टूबर को 2024 को कौन भाग्यशाली परिवार होगा जो परम तपस्वी मुनि सविज्ञसागर जी महाराज को अपने हाथों से 48 दिनों बाद आहार का परम सौभाग्य प्राप्त करेगा
इसी रोज आचार्य सुनील सागर महाराज का 48 अवतरण दिवस मनाया जाएगा
इस मौसम पर संपूर्ण राजस्थान के अपर भक्तों की निर्णय पहुंचने की पूर्णता संभावना है
पानी की नोका से समुद्र पार हो सकता है धर्म की नोका से संसार पर होता है
3 अक्टूबर को शांति वीर धर्म स्थल पर जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज उपलब्धि के बिना प्रसिद्धि का कोई लाभ नहीं है धर्म-धारण करने पर ही मनुष्य के जीव की शोभा होगी बिना धर्म के ऐसा संभव नहीं है
मुनि ने बताया कि समुद्र मे अपार पानी भरा रहता है उससे बिना नाव के पार नहीं किया जा सकता उसी प्रकार धर्म रूपी नाव का सहारा लेने पर ही इस असार संसार से जीव मुक्ति के मार्ग को पार होगा
बिना धर्म के मनुष्य अंतिम समय तक भी संसार में भटकता ही रहेगा उसे मुक्ति का ज्ञान धर्म मार्ग से प्राप्त होगा
चमड़े की वस्तुओं का त्याग करना बहुत बड़ा धर्म है
क्षुल्लक सुप्रकाश जी महाराज ने बताया चमड़े की सभी वस्तुएं अशुद्ध है इनका प्रयोग करने से जिओ का बहुत बड़ा घात का पाप लगता है
चमड़े के जूते चप्पल बेल्ट फर्श आदि जिनालय में ले जाने से अशुद्ध का दोष लगता है यह सभी वस्तुएं अशुद्ध है इनका त्याग करने का उद्बोधन मुनि ने दिया

जैन विवेकोदय पाठशाला द्वारा
छोटे छोटे बालकों द्वारा मुनि को आहार कराकर जैन मुनि को पहुंचा
शांति वीर धर्म स्थल
धर्म प्रभावना का बहुत बड़ा यह अंग है
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी

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