नींद और नींद आने के उपाय – डॉक्टर अरविन्द जैन भोपाल

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हमारे लिए निद्रा का बहुत उपयोग हैं ,अनिद्रा आजकल की बहुत बड़ी बीमारी हैं .अमेरिका जैसे देशों में जो भौतिक सम्पदा से युक्त हैं वहां पर अधिकांशअनिद्रा के शिकारी होने से ,नशा और निद्राजन्य औषधियों का भरपूर उपयोग करते हैं .पुलिस या गैंगेस्टर किसी अपराधी से अपराध उगलवाने के लिए उसे सोने नहीं देते उसके कारण वह मतिविभ्रम होने से अपने अपराध को उगल देता हैं .अनिद्रा के कारण हम प्रसन्न नहीं रह पाते .
निद्रा की परिभाषा —
यदा तु मनसि क्लान्ते कर्मात्मानः क्ल्मनिवताः!
विषयेभ्यो निवत्र्तन्ते तदा स्वपिति मानवः !! अर्थात जब कार्य करते करते मन थक जाता हैं एवं इन्द्रियां भी थकने के कारण अपने अपने विषयों से निवृत्त हो जाती हैं तब मनुष्य शयन करता हैं .मन और इन्द्रियां का निरंतर विषय ग्रहणार्थ संयोग रहता हैं ,आठ कार्य करते करते जब इन्द्रियां थक जाती हैं तो मन भी थक जाता हैं तो मनुष्य मन और इन्द्रियों के विश्रमार्थ मनुष्य सोता हैं ..देह को धारण करने का जो स्थान भोजन(आहार) का हैं वही स्थान निद्रा का भी हैं .
सुखपूर्वक निद्रा के आ जाने से शरीर आरोग्य ,शरीर का पोषण ,बल की वृद्धि ,शुक्रकी वृद्धि ,ज्ञानेन्द्रियों की उचित रूप से प्रवत्ति और आयु नियत काल तक बनी रहती हैं.निद्रा के न आने पर शरीर में रोग ,दुर्बलता ,बल की हानि ,नपुंसकता ,ज्ञानेन्द्रियों का अपने विषयों में उचित रूप से प्रवत्त न होना और निद्रा के ना आने से अनेक प्रकार के भयंकर रोग होने से मृत्यु तक की संभावना हो जाती हैं .
हमारी नींद अनमोल है जो हमारे शरीर को ठीक करने और फिर से जीवंत करने में करता है। पर्याप्त नींद के बिना एक हेल्दी लाइफ जीने की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसका मतलब यह है कि हमें भरपूर नींद पाने के तरीकों को ढूंढना चाहिए। दुर्भाग्यवश, आज अगर देखा जाए तो पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं। उपयोगी तरीका —
दूध में कैल्शियम, प्रोटीन और पोटेशियम पाया जाता है। कैल्शियम स्वस्थ हड्डियों और दांत के लिए अच्छा होता है और बोन इंटेंसिटी को बनाए रखता है। जबकि प्रोटीन ऊर्जा के स्रोत के रूप में कार्य करता है तथा मांसपेशी ऊतक बनाता है और मरम्मत करता है। वहीं पोटेशियम स्वस्थ रक्तचाप को बनाए रखने में मदद करता है।
इसके अलावा दूध नींद न आने की घरेलू दवा के रूप में काम करता है। रात को बिस्तर पर जाने से पहले एक गिलास गर्म दूध पीना काफी लाभकारी हो सकता है। दूध में मौजूद ट्रीप्टोफन और सेरोटोनिन अच्छी नींद लेने में मददगार होता है। दूध तनाव दूर करने में भी मददगार होता है।
चेरी मधुमेह से पीड़ित लोगों की मदद करता है तथा दिल की बीमारी के जोखिम को कम करने में सहायता करता है। इसे खाने से रात को अच्छी नींद आती है।
दरअसल चेरी में प्रचुर मात्रा में मेलाटोनिन होता है जोकि बॉडी के आंतरिक चक्र को नियमित करने में मदद करता है। एक्सपर्ट्स कहना है कि सोने से पहले एक मुट्ठी चेरी का सेवन अच्छी नींद लेने में सहायक साबित होता है। वैसे चेरी को जूस के रूप में भी लिया जा सकता है।
केला इतना आम है कि हमने शायद इसे कोई महत्व देना बंद कर दिया है। केले एक पौष्टिकता का पावरहाउस है, जो ऊर्जा देने वाले कार्बोहाइड्रेट और हृदय-स्वस्थ पोटेशियम से भरा हुआ है।
अगर नींद न आने की समस्या है, तो आप केले का भी सेवन कर सकते हैं। केले में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो मांसपेशि‍यों को तनावमुक्त करते हैं और इसमें मौजूद मैग्नीशियम औरपोटैशि‍यम अच्छी नींद को बढ़ावा देते हैं।
अच्छी नींद के लिए कैफीन और शराब से परहेज करना ही बेहतर है लेकिन अगर आप रात को सोने से पहले हर्बल चाय पीते हैं तो आपको अच्छी नींद में सहायता मिल सकती है। हर्बल चाय के लाभ में शरीर और दिमाग को आराम देना, नींद विकारों से राहत देना, प्रतिरक्षा प्रणाली और पाचन तंत्र को बढ़ावा देना शामिल है।
बादाम में बहुत से स्वस्थ वसा, फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम और विटामिन ई पाए जाते हैं। बादाम के स्वास्थ्य लाभों में निम्न ब्लड शुगर का स्तर, रक्तचाप और कम कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी शामिल है।
यह न केवल भूख को कम कर सकता हैं बल्कि वजन घटाने को बढ़ावा दे सकता हैं। बादाम नींद को बढ़ावा देने के साथ ही मांसपेशि‍यों में होने वाले खिंचाव और तनाव को कम करता है। जिससे चैन की नींद लेना आसान हो जाता है।
1. दिन में कैफीन देर से उपभोग न करें। एक अध्ययन में पाया गया है कि बिस्तर से छह घंटे पहले कैफीन का सेवन करने से नींद की गुणवत्ता में काफी कमी आई है।
2. लगातार समय पर सोने और जगने की कोशिश करें। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग अनियमित नींद के पैटर्न थे वह वीकेंड में देर से सो रहे थे।
3.मेलाटोनिन सप्लीमेंट लीजिए। मेलाटोनिन एक महत्वपूर्ण नींद हार्मोन है जो आपके दिमाग को सिग्नल देता है कि आपका आराम करने और बिस्तर पर जाने का समय आ गया है।
4. शराब का सेवन मत कीजिए। रात में शराब पीना आपकी नींद और हार्मोन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। अल्कोहल स्लीप एप्नीया, स्नोरिंग और बाधित नींद के पैटर्न के लक्षणों को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
5. अपने बेडरूम तापमान सेट करें क्योंकि शरीर और शयनकक्ष का तापमान भी नींद की गुणवत्ता पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
6. रात का खाना जल्दी कर लें। देर रात तक खाना खाना नींद की गुणवत्ता और विकास हार्मोन और मेलाटोनिन की प्राकृतिक रिलीज दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
नींद के कम से कम ५ घंटे पहले भोजन करने से पेट हल्का होने से अजीर्ण होने की संभावना बहुत कम होती हैं और अधिक विलम्ब होने से प्यास के कारण निद्रा टूटने की संभावना बढ़ जाते हैं .
सुखद निद्रा के लिए सोने के पहले हाथ पाँव मुँह धोकर थोड़ी देर ईश्वर का नाम ले और गहरी श्वाश लेने से अच्छी निद्रा आती हैं .
जायफल का पाउडर और घी को मिलाकर मलहम जैसे पलकों पर लगाने से नींद आती हैं .उसका पाउडर पानी के साथ लगभग ५ग्राम लेने से भी नींद आती हैं .
अश्वगंधा चूर्ण को घी और शक्कर के साथ मिलाकर खाने से नींद अच्छी आती हैं .मात्रा १० ग्राम से २० ग्राम तक
अश्वगंधारिष्ट २० मिलीमीटर सुबह शाम भोजन के बाद पानी से
निद्रोदय रस ५०० मिलीग्राम शक्कर की चासनी से लेने से लाभदायक होता हैं .
सर्पगन्धादि चूर्ण ,सर्पगन्धायोग और सर्पगंधा वटी
सफ़ेद कद्दू (वाइट पम्पकिन ) का बीज तेल रोगन मगज़ ,कद्दू का मुरब्बा भी लाभकारी होता हैं .
स्वस्थ निद्रा स्वस्थता की निशानी हैं .नकारातमक विचारों को त्याग कर संगीत भी लाभकारी होता हैं .चिंतामुक्त जीवन शैली बनाने का प्रयास करना चाहिए .
डॉक्टर अरविन्द जैन संस्थापक शाकाहार परिषद् भोपाल 09425006753

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