बकस्वाहा । तहसील अंतर्गत देश का सुविख्यात जैन तीर्थ श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र नैनागिरि (रेशंदीगिरि) में आगामी 17 व 18 फरवरी 2024 को भगवान पारसनाथ अमृत महोत्सव विविध कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है ।
वरदत्तादि महर्षियों की सिद्ध भूमि , पार्श्वनाथ की समवशरण/ देशना स्थली , पार्श्वनाथ के द्वितीय भव के गजराज वज्रघोष की स्वर्ग भूमि जैन तीर्थ नैनागिरि में भगवान महावीर स्वामी के 2550वें तथा भगवान पार्श्वनाथ के 2800वें निर्वाण वर्ष के अवसर पर आयोजित भगवान पारसनाथ अमृत महोत्सव के अवसर पर दिनांक 17 एवं 18 फरवरी को प्रातःकाल 8:00 बजे से गिरिराज स्थित चौवीसी जिनालय में विराजमान भगवान पारसनाथ की प्रतिमा का 73वां महामस्तकाभिषेक ,शांतिधारा, पारसनाथ विधान के साथ सम्पन्न कराया जावेगा , जो पं. अशोक कुमार जैन बम्हौरी के निर्देशन में विधि विधान से कराया जावेगा । यहां स्मरण रहे कि पूज्य मुनिवर आदिसागर जी महाराज (बम्हौरी वाले) की मंगल प्रेरणा से उनके ही मंगल सान्निध्य में जैन तीर्थ नैनागिरि में 17 फरवरी 1952 को भगवान पारसनाथ की तदाकार खड्गासन प्रतिमा प्रतिष्ठित कराई गई थी , जिस प्रतिमा के 73वें महामस्तकाभिषेक करने का महापुण्यकारी सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
इस महोत्सव के अवसर पर 17 फरवरी शनिवार की रात्रि 7:00 बजे से राजधानी भक्तांबर मंडल भोपाल के करीबन 100 सम्माननीय सदस्यों द्वारा संगीतमय भक्तांबर पाठ तथा महाआरती सहित विविध कार्यक्रम किए जाएंगे , जिसमें सभी नैनागिरि कमेटी के पदाधिकारी व सदस्य तथा क्षेत्रीय धर्मप्रेमी महानुभावों को सहभागिता का सौभाग्य प्राप्त होगा । दिनांक 18 फरवरी रविवार के प्रातः महामस्तकाभिषेक उपरांत 11:00 बजे से तीर्थ की परम संरक्षक न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जी जैन तथा ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश जैन आईएएस भोपाल के सौजन्य से वात्सल्य प्रीतिभोज कराया जावेगा। दोपहर 1:00 बजे से सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें समाज गौरव , जनप्रतिनिधि , तीर्थ सेवी , प्रशासनिक सेवाओं हेतु चयनित प्रतिभागी तथा विभिन्न प्रतिभाओं सहित अतिथियों को सम्मानित किया जाएगा। जैन तीर्थ नैनागिरि के न्यास अध्यक्ष सुरेश जैन आईएएस , प्रबंध अध्यक्ष डॉ. पूर्णचंद्र जैन, न्यास मंत्री राजेश रागी , प्रबंध मंत्री देवेंद्र लुहारी , सचिव मोतीलाल सांधेलिया सहित कमेटी के पदाधिकारी व सदस्यों ने सभी से इस अवसर पर सपरिवार पधार कर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील की है ।
🙏 वरिष्ठ पत्रकार राजेश जैन रागी /रत्नेश जैन बकस्वाहा