दिगम्बर जैन संतों का हुआ वात्सल्य पूर्ण मंगल मिलन
मुरैना (मनोज जैन नायक) संस्कारधानी, धर्म नगरी मुरैना में दिगम्बर जैन संत मुनिश्री सौम्य सागर महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश हुआ ।
परम पूज्य संत शिरोमणि समाधिस्थ आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री सौम्य सागर महाराज एवं मुनिश्री निश्चल सागर महाराज का भव्य नगरागमन हुआ । नगर के साधर्मी बंधुओं ने कोतवाली के पास पहुंचकर पूज्य युगल मुनिराजों की भव्य अगवानी की ।
नगर के बड़े जैन मंदिर में विराजमान मुनिश्री विलोकसागर महाराज व मुनिश्री विबोध सागर महाराज पूज्य युगल मुनिराजों की अगवानी करने नगर की सीमा पर पहुंचे । कोतवाली के पास अपार जन समूह के समक्ष पूज्य युगल मुनिराजों ने पूज्य युगल मुनिराजों की अगवानी कर चरण बंदना की । पूज्य मुनिश्री विलोक सागर एवं विबोधसागर महाराज ने पूज्य मुनिराजश्री सौम्यसागर महाराज की चरण बंदना करते हुए उन्हें नमोस्तु निवेदित किया । अत्यंत ही वात्सल्य पूर्ण मधुर मुस्कान के साथ दोनों मुनिराजों ने गले मिलकर एक दूसरे को नमोस्तु किया । चरण बंदना एवं गले मिलने के पश्चात पूज्य मुनिश्री सौम्य सागर जी महाराज की अन्य सभी मुनिराजों ने परिक्रमा की । इस मंगलमय मिलन को देखकर उपस्थित सभी साधर्मी बंधु हर्ष के साथ श्री जिनेंद्र प्रभु की जय जयकार करने लगे ।
श्री दिगम्बर जैन संतों को गाजे बाजे के साथ भव्य शोभा यात्रा के रूप में नगर भ्रमण कराते हुए बड़े जैन मंदिर में भव्य प्रवेश कराया गया । शोभा यात्रा में सभी बंधु पचरंगी ध्वजा लेकर जैन धर्म के सिद्धांतों पर आधारित जयघोष करते हुए चल रहे थे ।
बड़े जैन मंदिर जी के प्रवेश द्वार पर सौभाग्यशाली महिलाओं ने रंगोली बनाकर, सिर पर मंगल कलश रखकर पूज्य मुनिराजों की अगवानी की । साधर्मी बंधुओं ने पाद प्रक्षालन कर पूज्यश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया ।