मनुष्य पर्याय का हीरा समुद्र में मत फेंको

0
15

/ जैन मुनि प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज/

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
16 दिसंबर सोमवार 2024
ग्राम रोठी जिला कटनी मध्य प्रदेश के दिगंबर जैन जिनालय में अपार भक्तों को संबोधित करते हुए विश्रांत सागर महाराज ने बताया
आज के पंचम काल में मनुष्य पर्याय का मिलना बहुत ही दुर्लभ है उसमें भी जैन कुल देव दर्शन भरा पुरा परिवारजन मिलना पुण्य का कार्य है
इस जीवन को समुद्र के खारे पानी की तरह नष्ट न करो समुद्र तो विशाल है परंतु पानी पीने के लायक भी नहीं है व्यक्ति समुद्र के पास जाकर भी प्यासा रह जाता है
मुनि ने बताया कि अपना घर अपनी दुकान बना लेना बहुत बड़ी बात नहीं है यह तो कोई भी बना लेता है
परंतु जिन मंदिर बनाना पुण्यशाली जीव का काम है मुनि ने यह भी बताया कि धनिया के बराबर जिन प्रतिमा मंदिर तथा सरसों के दाने के बराबर जो प्रतिमा विराजमान करता है वह तीर्थंकर जैसे पुण्य प्रकृति का बंध करता है ऐसी प्रतिमा विराजमान करने वाले के पुण्य की महिमा का वर्णन करने के लिए सरस्वती भी समर्थ नहीं है
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here