उपाध्याय श्री ऊर्जयंत सागर जी
फागी संवाददाता
जयपुर 5 सितम्बर 2025
श्री दिगंबर जैन मंदिर वरुण पथ मानसरोवर में विराजमान परम पूज्य उपाध्याय श्री ऊर्जयंत सागर जी महाराज ने दशलक्षण महापर्व के अंतर्गत आत्म अवलोकन पर्व में सुगंध दशमी के अवसर पर उतम आकिंचन्य धर्म पर आयोजित सभा में उपस्थित जन समुदाय को मंगल आशीर्वाद हुए कहा कि 23 प्रकार के परिग्रह रखने वाला व्यक्ति ही उत्तम आकिंचन्य को धारण कर सकता है मनुष्य को दशलक्षण धर्म की आराधना से उसके पथ को प्रशस्त होने का मार्ग मिलता है और वही व्यक्ति श्रेष्ठता को धारण कर सकता है जो मोह माया से ऊपर उठा हुआ हो जिसके जीवन में किसी भी प्रकार का संकोच ना हो और जो इस दुनियादारी से ऊपर उठने का संकल्प कर चुका हो वही व्यक्ति इस धर्म को ग्रहण करने का सामर्थ्य रखता है और इस धर्म को ग्रहण करने के पश्चात ही जीवन के कल्याण का मार्ग उसके लिए खुलता है क्योंकि मनुष्य संसारीक वस्तुओं का त्याग करने के पश्चात ही स्वयं का कल्याण कर सकता है तभी हम अपनी आत्मा का आत्म अवलोकन कर पाएंगे क्योंकि श्रेष्ठ जीवन जीने के लिए स्वयं में क्षमा , सहजता , सरलता , सत्य, संयम , तप ,त्याग पर विजय पाने वाला व्यक्ति श्रेष्ठ होता है कार्यक्रम में मंदिर समिति के अध्यक्ष एमपी जैन ने बताया कि दशलक्षण महापर्व में आज उतम आकिंचन्य दिवस का विधिवत शुभारंभ श्री जी के अभिषेक एवं शांति धारा से हुआ इस अवसर पर मूल नायक भगवान महावीर की शांति धारा करने का सौभाग्य राजेन्द्र जी जैन कोटा वालो को प्राप्त हुआ को प्राप्त हुआकार्यक्रम संयोजक मुकेश कासलीवाल ने बताया कि श्री दिगंबर जैन समाज समिति वरुण पथ मानसरोवर द्वारा सायकालीन कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज जैन धार्मिक हाऊजी का आयोजन किया गया कार्यक्रम में राजस्थान जैन सभा के अध्यक्ष सुभाष चंद जैन महामंत्री मनीष वेद जयपुर से श्री महावीर जी की पदयात्रा के संयोजक सौभाग मल जैन राजस्थान जैन युवा महासभा के अध्यक्ष प्रदीप जैन महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा, जैन सोशल ग्रुप वीनस के संस्थापक अध्यक्ष शैलेंद्र शाह एवं सम्माननीय अतिथि के रूप में अनिल चित्रा जैन, राकेश ममता चांदवाड़ ,चंदा देवी महेंद्र कासलीवाल, प्रदीप ममता जैन का स्वागत, अभिनंदन किया गया संयोजक अनिल जैन सोड़ा ने बताया कि कार्यक्रम के सभी विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए
कार्यक्रम के अध्यक्षता समाज समिति के अध्यक्ष एमपी जैन की मंगलाचरण की प्रस्तुति सुप्रसिद्ध भजन गायक वीरेश जैन टीटी द्वारा दी गई संगठन मंत्री विनेश सोगानी ने बताया कि प्रोफेसर हितेंद्र जैन के निर्देशन में विद्यासागर सभागार भवन में दशलक्षण महापर्व के अंतर्गत आज उतम त्याग धर्म पर विधान का आयोजन किया गया इस अवसर पर आयोजित सभी क्रियाएं करने का अवसर आज के सोधर्म इन्द्र दीपक जी मयूरी जी जैन को प्राप्त हुआ एवं मयंक जैन ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी इस अवसर पर एमपी जैन,ज्ञान बिलाला, कैलाश सेठी,विनेश सोगानी, अनिल जैन सोड़ा,राजेन्द्र सोनी,सुरेश जैन बांदीकुई, सन्तोष कासलीवाल,चंद्रकांता छाबड़ा, सुशीला टोंग्या ने सभी अतिथियों का स्वागत किया ।
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान