मनुष्य ज्ञान के अभाव में सुगंधि हीन है

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*जैन मुनि108 प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज*

परम पूज्य ,प्रवचन केसरी ,मुनि श्री 108 महाराज का मंगल प्रवचन दिनांक 6 फरवरी 2025 को विद्यायतन स्कूल में संपन्न हुआ , मुनि श्री ने अपने मंगल प्रवचन में कहा है कि ज्ञान मनुष्य के जीवन का सार है ,ज्ञान के अभाव में मनुष्य सुगंधिहीन पुष्प के समान है ,बच्चों को उपदेश देते हुए कहा है कि प्रथम गुरु माता-पिता होता है, द्वितीय गुरु शिक्षा देने वाला होता है, तृतीय गुरु दीक्षा एवं संस्कार देने वाला होता है अतः माता-पिता को प्रातः काल उठकर प्रणाम करना चाहिए या जय जिनेंद्र करना चाहिए , आगे कहा है कि माता-पिता की आज्ञा का पालन करना ही माता-पिता की सबसे बड़ी विनय है इसलिए माता-पिता की आज्ञा एवं गुरु की आज्ञा का जो शिष्य पालन करता है वह अपने जीवन में उत्थान करता रहता है ,शाम को सभी ग्राम के जैन भक्तों ने श्रद्धालुओं ने मुनि श्री की मंगल आरती की, आज
,महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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