टीकमगढ़ के दो प्रतिष्ठित व्यवसाययी रोशन जैन सोनू पुत्र प्रेमचंद जैन एवं प्रियंक वैद्य लवी पुत्र वीरेंद्र वैद्य दोनों दोस्तों ने मिलकर मानव सेवा के लिए अंगदान प्रदान कर एक मिसाल पेश की
समाजसेवी दीपक जैन से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया अंगदान स्वयं के जीवन से अनेक जीवन के लिए अभय दान का एक कदम है
यह निर्णय एक संकल्प नहीं बल्कि एक जीने की उम्मीद लिए एक सहारा है
अंगदान से आपकी आंखों से कोई नया जीवन पा सकता है आपके दिल से किसी की धड़कनें चलती हैं यह निस्वार्थ प्रेम करुणा एवं मानवता का रूप है एक जिंदगी से कई जिंदगियां बचाई जा सकती है जो पूरे परिवार को भी रोशन कर सकती हैं
रोशन जैन की इस निर्णय से पूरा साथ देते हुए उनकी धर्मपत्नी संघमित्रा द्वारा भी अंगदान दिया उनका एक पुत्र रिदम जैन एवं पुत्री आराध्या है उन्होंने यह प्रेरणा अपने पिता प्रेमचंद जैन जो पूर्व अध्यक्ष साडा ओरछा विकास प्राधिकरण रहे हैं उनकी समाज सेवा बचपन से ही देखते रहे हैं
प्रियंक वैध की धर्मपत्नी श्रीमती स्वाति जैन ने अंगदान की स्वीकृति दी इनकी एक पुत्री लीजा जैन है
प्रियंक वैद्य शुरू से ही समाज सेवा से जुड़े रहे हैं एवं जिले में रक्तदान के लिए अग्रणी संस्थान ईशानिका फाउंडेशन जिसका सृजन सौरव पाली आशीष जैन आदि टीम के सदस्यों के साथ 7000 से भी अधिक रक्तदान विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से कर चुके हैं और साथ ही सौरभ पाली भी देहदान का संकल्प ले चुके है और अन्य लोगों को भी अंगदान देहदान रक्तदान पर्यावरण संरक्षण विकलांग एवं निशक्तजनों की मदद एवं भोजन वितरण ठंडियों में कंबल वितरण आदि कार्यक्रम समय-समय पर करते रहते हैं
योगेश जैन संवाददाता टीकमगढ़, 6261722146