आचार्य ज्ञान भूषण महाराज
राम ,कृष्ण, महावीर ने धर्म की अलग-अलग परिभाषा दिए हो, किंतु धर्म का मर्म एक ही बतलाया है जिसे समझने की महत्ती आवश्यकता है। सबसे बड़ा धर्म मानव धर्म है इसे अपना घर सेवा संस्थान बड़ी श्रद्धा से पूरा कर रहा है उक्त उदगार पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर नसिया भरतपुर में आचार्य ज्ञान भूषण महाराज ने धर्म सभा मे कामां से पधारे तीर्थ यात्रियों के समक्ष व्यक्त किये।
मंदिर समिति के महामंत्री के अनुसार कामवन से एक बस में अपना घर सेवा संस्थान एवं अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारीयों का भरतपुर आगमन हुआ तो भरतपुर जैन समाज के पदाधिकारी ने सभी का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल,नगर पालिका अध्यक्ष गीता खंडेलवाल, अपना घर सेवा समिति अध्यक्ष प्रमोद पुजारी, जायन्ट्स ग्रुप आफ कॉमवन अध्यक्ष खेमराज खंडेलवाल,कामवन जीव सेवा समिति अध्यक्ष भागचन्द जैन बड़जात्या, लालचंद सिंघल,रमेश मंगला, सोनू गर्ग,सुनील तमोलिया रवि पत्रकार सहित अन्य गणमान्य लोग पधारे। सभा का प्रारम्भ कैलाश सोनी स्वर्णिम की गुरु वंदना से हुआ तो संचालन करते हुए धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या ने कहा कि गुरु चरणों मे आकर जीवन की दशा और दिशा में स्वतः ही परिवर्तन हो जाता है। इस अवसर पर मदन सिंघल ने कहा कि वीतरागी अनुपम छवि गुरुवर के दर्शन व भरतपुर समाज के आतिथ्य से हम सब प्रभावित हैं।
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