मानव सेवा में अग्रणी शाश्वत ट्रस्ट,जैन तीर्थ मधुबन ने शुरू किया जनकल्याणकारी कंबल वितरण अभियान
सम्मेदशिखर जी-मधुबन में लगातार बढ़ती ठंड और हाड़ कंपाने वाली सर्दी को देखते हुए, प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी श्री दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट, मधुबन ने अपने मानवोपकारकारी कार्यों की श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए कंबल वितरण अभियान का शुभारंभ कर दिया है।
यह जनहितकारी सेवा कार्य ट्रस्ट के अध्यक्ष जम्बूप्रसाद जैन (गाजियाबाद) एवं महामंत्री राजकुमार जैन अजमेरा (हजारीबाग)* के मार्गदर्शन में प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर महामंत्री राजकुमार जैन अजमेरा ने कहा-“यह योजना अब पूर्ण रूप से क्रमबद्ध एवं निरंतर रूप से संचालित की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक ठंड से राहत पहुँचाई जा सके। इसके लिए ट्रस्ट के सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी इस सेवा कार्य के दातार श्री जगदीश जैन, पानीपत रहेंगे। यह मानवोपकारकारी प्रयास जैन धर्म के अहिंसा, करुणा और सेवा के सिद्धांतों को जन–जन तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ट्रस्ट का उद्देश्य सदैव सेवा ही धर्म की भावना से हर कार्य को संपन्न करना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ ट्रस्ट के प्रबंधक संजीव जैन, ऑफिस एडमिनिस्ट्रेटर ए. सईदी तथा मुख्य स्वागतकर्ता गंगाधर महतो की उपस्थिति में किया गया। पहले चरण में निहारिका परिसर में 110 डोली मजदूरों को कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर निहारिका धर्मशाला में ठहरे कई श्रद्धालु भी उपस्थित रहे। पहले चरण के दातार महेश जैन परिवार, मुंबई रहे। कंबल पाकर सभी डोली मजदूर अत्यंत प्रसन्न दिखाई दिए और उन्होंने ट्रस्ट की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
ट्रस्ट के अन्य जनकल्याणकारी कार्य :* उल्लेखनीय है कि ट्रस्ट द्वारा इस क्षेत्र में समय-समय पर अनेक सामाजिक एवं लोककल्याणकारी गतिविधियाँ चलाई जाती हैं, जिनमें— विकलांग शिविर, फ्री-कैंसर जाँच शिविर, वृक्षारोपण कार्यक्रम, लॉकडाउन अवधि में राशन वितरण, खेल-कूद के विविध आयोजन, पिछले पाँच–छह वर्षों में ट्रस्ट द्वारा धर्मसम्मत जनकल्याण के कई प्रभावी कार्यक्रम चलाए गए हैं— निःशुल्क एंबुलेंस सेवा, डेड बॉडी फ्रिजर सेवा, जैन धर्म एवं देश के महापुरुषों पर आधारित बाल क्विज प्रतियोगिता, पूज्य आचार्यों के नाम पर खेल प्रतियोगिताएँ, ग्रामीण विद्यालयों की छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण इन सेवाओं के माध्यम से ट्रस्ट को नई पहचान मिली है तथा जैन धर्म के अहिंसा और करुणा के सिद्धांतों का संदेश आसपास के आदिवासी एवं गैर-आदिवासी समाज तक पहुँचा है। ट्रस्ट इस क्षेत्र में लगभग बीस वर्षों से निरंतर जनकल्याणकारी सेवाएँ प्रदान कर रहा है। पूर्व में आयोजित विकलांग शिविर, आई-जाँच शिविर एवं कैंसर प्री-डिटेक्शन कैम्प अत्यंत सफल रहे हैं और अन्य संस्थानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बने हैं। पहले चरण के कार्यक्रम में अनूप जैन, शैलेन्द्र जैन, मुकेश महतो, अशोक दास, रोबिन बनर्जी, पवन माली, धनकिशोर मोहली, कोलश्वर सहित अन्य कर्मचारीगण ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।कोडरमा मीडिया प्रभारी जैन राज कुमार अजमेरा ने संकलन किया।















